नही सुधर नही पुलिस की कार्य प्रणाली, दुर्ष्कम पीडिता के परिजनों को चौरी से रहे टरकाते।
नाबालिग के साथ हुए दुर्ष्कम पर पर्दा डालने का काम करती रही सनिगवां चौकी पुलिस
आरोपी पर नही की कार्यवाही, न ही दर्ज किया एफआईआर, उल्टा परिजनों को गया धमकाया
कानपुर नगर, शासन चाहे जितना भी सख्त क्यों न हो लेकिन कानपुर की पुलिस की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नही आया है। पहले भी जनता के प्रति पुलिस का व्यवहार सही नही था और आज भी सही नही है। कई मामले समय समय पर सामने आते रहते है, जिसमें पुलिस द्वारा संवेदनहीनता दिखाई जाती रही है। एक ऐसे ही मामले में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया जाता है और जब बच्ची के माता-पिता चौकी पहुंचते है तो पुलिस द्वारा उन्हे कई बार टरका दिया जाता है। इतना ही नही पलिस द्वारा पीडित परिवार को धमकाया भी जाता है। पीडित परिवार आखिर में डीसीपी पूर्वी से मिला, जिनके आदेश पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकी।
चकेरी थानाक्षेत्र के सनिगवां में एक दुकानदान ने अपने ही मकान मालिक के घर में घुसरक आठ वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। बच्ची ने रो-रो कर अपने साथ हुए व्यवहार के बारे में अपने माता-पिता को बताया। बच्ची के पिता ने बताया कि उनके मकान में मुकेश गुप्ता की बाइक सर्विस की दुकान है। 28 जनवरी को वह अपने काम पर गये थे और पत्नी बाजार गयी थी। बताया कि घर पर उनकी 8 वर्षीय पुत्री तथा एक छ माह का बेटा था। दुकानदार मुकेश घर में घुसा और बेटी के साथ दुष्कर्म किया साथ ही किसी को न बताने की धमकी भी दी। बताया कि बेटी दहशत में थी तो कुछ न बता सकी वहीं उसे उसकी नानी के घर जाना पडा। नानी से बातचीत के दौरान बेटी ने उन्हे पूरी घटना बताई। पिता द्वारा जब चौकी सनिगवां को घटना की सूचना दी गयी तो चौकी प्रभारी विजय सिंह ने पहले तो उन्हे टरकाया बाद में धमकी भी देने लगे। कई बार चौकी व थाने के चक्कर काटने के बाद भी जब कार्यवाही नही की गयी तो डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार के आदेश पर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया और बच्ची का मेडिकल कराया गया।
हरिओम की रिपोर्ट