25 एकड़ की भूमि पर स्थापित पराग डेयरी में आधुनिक प्लांट का निर्माण 166 करोड़ की लागत से गुजरात की आईडीएमसी कंपनी ने किया था। 2019 में जापानी तकनीकी की मशीनों से दुग्ध व अन्य डेयरी उत्पादों का ट्रायल भी कर दिया था। डेयरी में प्लांट निर्माण के दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों के रहने के लिए आवास की भी तैयार किया था, जिसके बाद प्लांट सुचारू रुप से चल नहीं सका।
जिस कारण प्लांट बदहाली के दौर से जूझ रहा है। प्लांट पर नगर निगम का वित्तीय वर्ष 2023-24 का 22,72652 रुपये का बकाया है व पिछले वर्षों का 1,98,40661 रुपये का बकाया है। वहीं काफी समय से बकायेदारी न चुकाने पर नगर निगम ने डेयरी पर 86,86414 रुपये का ब्याज लगाया है, जिसके बाद डेयरी पर नगर निगम का 3.07 करोड़ रुपये की बकायेदारी हो गई। कई वर्षों से बकाया न चुकाने पर नगर निगम ने डेयरी संघ को नोटिस भेज बकायेदारी चुकाने को कहा है।
जल्द से जल्द बकाया न चुकाने पर कुर्की व खाता सीज करने की चेतावनी भी दी है। नोटिस जारी होने के बाद से डेयरी प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। डेयरी प्रशासन ने एक तरफ संस्था के जीएम सुनील कुमार, एमडी आनंद कुमार सिंह व दुग्ध आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील को बकाया चुकाने का पत्र लिखा है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम को पत्र लिख कुछ और समय की मांग की है।
नगर निगम की ओर से 3.07 करोड़ की बकायेदारी का नोटिस जारी किया गया है। अधिकारियों को पत्र लिख मामले की जानकारी दी गई है। साथ ही नगर निगम को पत्र लिख समय की मांग की जा रही है। –
दिनेश त्रिपाठी, प्रभारी प्रशासन, पराग डेयरी
*सुमित सिंह की रिपोर्ट*