*उन्नाव में एक घर में 42 फर्जी वोटर का खुलासा.*
उन्नाव से इस वक़्त की बड़ी खबर SIR वोटर सत्यापन अभियान के दौरान एक ही घर में 42 फर्जी वोटर मिलने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सदर तहसील के पूरन नगर क्षेत्र में किए गए सर्वे के दौरान BLO टीम तब चौंक गई जब उन्होंने पाया कि मतदाता सूची में एक ही पते पर 45 लोगों के नाम दर्ज हैं, जबकि मौके पर रहने वाले सिर्फ 3 ही लोग मिले।वोटर लिस्ट में हुई इस गंभीर गड़बड़ी को सामने आते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। अधिकारियों ने तुरंत पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए हैं और संबंधित BLO से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। माना जा रहा है कि वोटर सूची में यह त्रुटि या तो पुराने रिकॉर्ड अपडेट न होने की वजह से है या फिर जानबूझकर की गई गड़बड़ी का मामला भी हो सकता है।एसआईआर अभियान में मतदाता सूची को शुद्ध और सटीक बनाने के लिए डोर-टू-डोर सत्यापन किया जा रहा है। ऐसे में एक ही घर में 42 फर्जी वोटरों का पकड़ा जाना प्रशासन की कार्यप्रणाली और पिछली सूची तैयार करने वाली टीम पर भी सवाल खड़े करता है।
उन्नाव के पूरन नगर का मकान नंबर 57…
मतदाता सूची 2025 की जांच के दौरान यहां कुछ ऐसा मिला जिसने सभी को चौंका दिया।
➡️ मकान में दर्ज नाम – 45
➡️ मौके पर मिले – 3
VO:
BLO जब मौके पर पहुँचे, तो पूरे घर में सिर्फ तीन लोग मिले।
मकान मालिक ने खुद कहा—
मकान मालिक बाइट:
“बाकी 43 नामों के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है… हम तो इन्हें पहचानते तक नहीं।”
इतना ही नहीं, आसपास के पड़ोसियों ने भी फर्जीवाड़े की पुष्टि की।
“तो यह सिर्फ एक मकान का मामला है या बड़े रैकेट का हिस्सा?
कौन हैं ये 43 ‘फर्जी नाम’?
और मतदाता सूची में ये लोग आखिर चढ़े कैसे?”
वहीं, उन्नाव में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण—SIR—के दौरान बड़ा डेटा सामने आया है।
जिले में अब तक 83.32% डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है।
इस दौरान 2.23 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं।
इनमें स्थाई रूप से शिफ्ट हुए, अनुपस्थित और deceased मतदाता शामिल हैं।
ग्राफिक:
✔ कुल मतदाता: 23,25,053
✔ हटाए गए: 2,23,000+
✔ डिजिटाइजेशन: 83.32%
बाइट – सुशील कुमार गौड़ _ ADM उन्नाव
WKT / TT __राजीव त्रिपाठी BLO
*पंकज श्रीवास्तव* ब्यूरो
*अस्तित्व कुशवाहा* संवाददाता




