*सीज तेजाब फैक्ट्री संचालक ने जगह बदल कर शुरू किया था अवैध कारोबार, जिला प्रशासन और भारत सरकार परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद टीम ने अवैध फैक्ट्री किया सील*
दिल्ली हमले के बाद यूपी के उन्नाव औधोगिक क्षेत्रो में काम करने वाले संदिग्धों की जाँच तेज हो गयी। वही जनपद के दही औधोगिक क्षेत्र में एक केमिकल फैक्ट्री में अवैध गतिविधियों की सूचना प्रशासन को मिली जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम और भारत सरकार परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद टीम के अधिकारियों ने एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड केमिकल फैक्ट्री पर छापा मारा छापेमारी के दौरान स्टॉक और दस्तावेजों की गहनता से जाँच की। जाँच मे एग्रोटेक कैमिकल्स फैक्ट्री पहले से ही सील पाई गई। वही जाँच में सामने आया कि यह सील फैक्ट्री दूरी जगह अवैध तरह से स्थापित कर चलाई जा रही थी। हालांकि
प्रशासन और भारत सरकार परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद के अधिकारियों ने अवैध फैक्ट्री को अग्रिम आदेश तक पूना सील कर दिया।
आपको बता दे कि जनपद के दही औधोगिक क्षेत्र में अवैध तरह से संचालित मेसर्स इम्पारटियल एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड केमिकल फैक्ट्री सील किए जाने के बावजूद फैक्ट्री में तेज़ाब का अवैध कारोबार जारी रहा। सूत्रों के अनुसार, सीलिंग के बाद फैक्ट्री संचालकों लोकेशन बदलकर तोशिका फोम के समीप तेज़ाब सप्लाई का अवैध गोरखधंधा शुरू किया था। जिसके बाद जिला प्रशासन और परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद के अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर फैक्ट्री में अवैध गतिविधियों की जाँच की गई जिसके बाद फैक्ट्री अवैध पाए जाने पर अग्रिम आदेश तक सील कर दिया। हालांकि बड़ा सवाल यह उठता है कि बीते समय सील फैक्ट्री लोकेशन बदल कर बड़े स्तर पर केमिकल फैक्ट्री अवैध कारोबार को चला रहा था जबकि प्रशासन और प्रदूषण विभाग के साथ सम्बंधित विभाग के अधिकारी आँख बंद कर अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रहे थे। जबकि अवैध फैक्ट्री संचालकों पर कानूनी कार्यवाही के तहत फैक्ट्री सील के साथ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए फिर हाल केमिकल फैक्ट्री एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड को अग्रिम आदेश तक सील कर दिया।
बाइट-अधीकारी-परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद
अस्तित्व कुशवाहा उन्नाव संवाददाता




