जिलाधिकारी ने किया राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत बैंकर्स कार्यशाला का शुभारंभ

एक माह में स्वयं सहायता समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकिंग का लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश
ब्यूरो चीफ जालौन — शैलेन्द्र सिंह तोमर
उरई (जालौन)। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम.) के अंतर्गत आज जिला ग्राम्य विकास प्रशिक्षण संस्थान, बोहदपुरा में बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी बैंक शाखा प्रबंधकों को निर्देशित किया कि एक माह के भीतर सीएम युवा एवं स्वयं सहायता समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकेज का लक्ष्य हर हाल में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि बैंकों को अपने सीडी रेशियो में सुधार लाने के लिए सक्रियता से कार्य करना होगा।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शाखा प्रबंधकों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यशाला में एनआईआरडी हैदराबाद से आए नेशनल रिसोर्स पर्सन ओम प्रकाश खाखेर एवं जितेन्द्र यादव ने प्रतिभागियों को एनआरएलएम और बैंक क्रेडिट लिंकेज से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में समूहों की महिलाएं स्व-रोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हैं, लेकिन पूंजी के अभाव में अपने कार्य का विस्तार नहीं कर पा रहीं। इसलिए शासन की प्राथमिकता है कि उन्हें बैंकिंग माध्यम से वित्तीय सहायता सुनिश्चित की जाए।
ओम प्रकाश खाखेर ने कहा — “यदि किसी गांव में अधिक समूहों को सीसीएल प्रदान करना है, तो शाखा प्रबंधक स्वयं गांव जाकर कार्यवाही करें, ताकि महिलाओं को बार-बार बैंक न आना पड़े।”
कार्यशाला में बैंक सखियों ने बैंक क्रेडिट लिंकेज में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं को साझा किया।
उपायुक्त (स्वरोजगार) अखिलेश तिवारी ने निर्देश दिए कि समूह की महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न दी जाए और उनके कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए।
कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक, वरिष्ठ प्रबंधक यूपी ग्रामीण बैंक, जिला मिशन प्रबंधक, ब्लॉक मिशन प्रबंधक, विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक एवं बैंक सखियां उपस्थित रहीं।




