आतंकी हमले में कानपुर का बेटा हुआ शहीद
एसडीएम बिल्हौर ने शहीद के घर पहुंचकर परिजनो को बंधाया ढांढस
कानपुर नगर, सीमा पर देश की रक्षा करने में, देश के लिए प्राण न्योक्षावर करने में जिस गर्व की अनुभूति होती है उसे शब्दों में बयां नही किया जा सकता लेकिन इसके साथ कहीं न कहीं शहीद के परिजनों के दिलों में एक दर्द भी उठता है और यह लाजिमी है कि जिस मां के आंचल, पिता के सायें में पुत्र बडा हुआ अब उसी पुत्र को पिता कंधा देगा यह अत्याधिक कठिन है। गुरूवार की देर रात जम्मू कश्मीर के राजौरी के पास एक सर्च ऑपरेशन के दौरान कानपुर का लाल शहीद हो गया। उसके सार्थियों द्वारा शहीद सैनिक के शहदी हो जाने की सूचना परिजनों को दी गयी, जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं समाचार फेलते ही आस-पास के गांव वाले शहीद सैनिक के घर की ओर निकल पडे। एसडीएम बिल्हौर भी शहीद के घर पहुंची और वहां उन्होने शहीद के परिजनो को ढांढस बंधाया।
कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के भाऊपुर के रहने वाले 30 वर्षीय करन सिंह यादव पुत्र बालकराम यादव गुरूवार की रात जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर के पास एक सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गये। उनके शहदी होने की सूचना उनके साथियों द्वारा परिजनों को दी गयी, जिसके बाद शहीद के घर में कोहराम मच गया और घर वालों का रो-रोकर बुराहाल हो गया। शहीद करन 2013 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। परिजनवार में माता-पिता के साथ एक भाई तथा तीन बहनों के साथ ही एक पुत्र तथा एक पुत्री भी है। शुक्रवार की सुबह जैसे ही करन के शहीद होने की खबर फैली वैसे ही आसपास के गांव वाले बडी संख्या में शहीद के घर जा पहुंचे। वहीं एसडीएम बिल्हौर भी शहीद करन सिंह के घर पहुंची और जानकारी ली साथ ही उन्होने शहीद के परिजनों का ढांढस भी बधांया।
संवाददाता
हरीओम की रिपोर्ट