नागर आलमपुर के हाल बेहाल
ना कोई राहत, ना कोई सामग्री – आक्रोश में है आलमपुर की जनता
वार्ड-9 की सभासद गीता पाल अब तक नदारद
ब्यूरो चीफ़, जालौन – शैलेन्द्र सिंह तोमर
जालौन। नगर पालिका क्षेत्र के आलमपुर की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। जगह-जगह गंदगी, जलभराव, टूटी सड़कों और नालियों की दुर्दशा ने जनता का जीना मुश्किल कर दिया है। कई दिनों से शिकायतों के बावजूद न तो कोई राहत सामग्री पहुंची, न ही जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि क्षेत्र का दौरा करने आए।
सबसे अधिक नाराजगी वार्ड-9 की सभासद गीता पाल को लेकर है। लोगों का आरोप है कि चुनाव जीतने के बाद से ही वह क्षेत्र में दिखाई नहीं दीं। स्थानीय निवासी बबलू मिश्रा ने कहा, “इन लोगों ने सिर्फ खाना पूर्ति की है और अपनी जेबें भर ली हैं। जनता की कोई परवाह नहीं।”
इलाके के बुजुर्ग रामसेवक यादव ने बताया कि बरसात के मौसम में घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। कीचड़ और गंदगी के बीच बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे और मच्छरों की भरमार से डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
लोगों का कहना है कि जब तक मीडिया नहीं आता या आंदोलन नहीं होता, तब तक प्रशासन जागता ही नहीं। मोहल्ले में रहने वाली महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सफाई, पानी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का हल नहीं निकाला गया, तो वे नगर पालिका कार्यालय का घेराव करेंगी।
अब देखने वाली बात होगी कि आलमपुर की ये गूंगी-बहरी व्यवस्था कब तक जनता के सब्र का इम्तहान लेती है, और क्या जिम्मेदार लोग जवाबदेह बनेंगे या फिर जनता की आवाज फिर से अनसुनी रह जाएगी।




