कानपुर: DCP सेंट्रल ने कसी कमर, अपराधियों और लंबित विवेचनाओं पर सख्त निर्देश
डिस्ट्रिक हेड। राहुल द्विवेदी।
कानपुर, 24 दिसंबर। अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आज पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) श्रवण कुमार सिंह ने सेंट्रल जोन कार्यालय में एक महत्वपूर्ण अपराध गोष्ठी का आयोजन किया। बैठक के दौरान उन्होंने जोन के सभी थाना प्रभारियों और विवेचकों के साथ लंबित मामलों की समीक्षा की और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए।
*अपराधियों पर ‘थर्ड आई’ की नजर*
डीसीपी सेंट्रल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि क्षेत्र के सभी हिस्ट्रीशीटरों और असामाजिक तत्वों का नियमित भौतिक सत्यापन किया जाए। जो अपराधी जमानत पर बाहर हैं, उनकी गतिविधियों की निरंतर निगरानी की जाएगी। महोदय ने कहा कि यदि आवश्यकता पड़े तो नए अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने और आदतन अपराधियों के खिलाफ गुण्डा एक्ट के तहत कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
*विवेचना में डिजिटल साक्ष्यों पर जोर*
बैठक में लंबित विवेचनाओं, विशेष रूप से धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेजों (Forgery) से संबंधित मामलों पर विशेष चर्चा हुई। डीसीपी ने निर्देश दिया कि:
धोखाधड़ी के मामलों में प्राथमिकता के आधार पर
निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण जांच की जाए।
आधुनिक अपराधों से निपटने के लिए डिजिटल साक्ष्यों का संकलन और उनका सुरक्षित अभिलेखीकरण अनिवार्य रूप से किया जाए।
*गश्त और सतर्कता की कमान*
आगामी दिनों को देखते हुए संवेदनशील स्थलों पर विशेष सतर्कता और नियमित गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। डीसीपी सेंट्रल ने दो टूक कहा कि जनता की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




