“जालौन बना परीक्षा अनुशासन का आदर्श – नकलविहीनता, पारदर्शिता और सुरक्षा का त्रिवेणी संगम”

ब्यूरो चीफ़ जालौन – शैलेन्द्र सिंह तोमर
जालौन, 27 जुलाई 2025।
जनपद जालौन ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि अगर प्रशासनिक इच्छाशक्ति और कर्मठता हो, तो किसी भी परीक्षा को नकलविहीन, पारदर्शी और पूर्णतः सुरक्षित वातावरण में संपन्न कराया जा सकता है। रविवार को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा शांतिपूर्ण, व्यवस्थित एवं अनुशासित तरीके से सम्पन्न हुई, जो प्रशासन की प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण है।
19 परीक्षा केंद्र, चाक-चौबंद सुरक्षा
जिले में कुल 19 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए, जिनमें 8088 अभ्यर्थियों के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई थी। परीक्षा के दिन 3382 परीक्षार्थियों की उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि 4706 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षा की निगरानी और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ की थीं। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने स्वयं प्रातः 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक विभिन्न परीक्षा केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण किया।
प्रमुख परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान आचार्य नरेंद्र देव इंटर कॉलेज, सर्वोदय इंटर कॉलेज, एस.आर. पब्लिक स्कूल, बेनी माधव तिवारी इंटर कॉलेज (आटा), महर्षि विद्या मंदिर और एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल जैसे प्रमुख परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की गई।
प्रत्येक केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, वातावरण शांतिपूर्ण और प्रशासनिक कार्यवाही पारदर्शी रही। केंद्र व्यवस्थापकों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी मौके पर दिए गए।
प्रशासन की टीम रही मुस्तैद
परीक्षा की सफल आयोजन में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संजय कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी आनंद सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित, सेक्टर एवं जोनल मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक एवं समस्त परीक्षा कार्मिकों की भूमिका सराहनीय रही।
परीक्षा संपन्न होने के बाद जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा:
🗣️ “नकलविहीन और व्यवस्थित परीक्षा आयोजन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी के समन्वय और सक्रिय भागीदारी से जनपद में यह परीक्षा सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई है।”
जनपद जालौन की यह परीक्षा न केवल एक आयोजन थी, बल्कि अनुशासन, ईमानदारी और प्रशासनिक सजगता का संदेश भी।
अब उम्मीद की जा रही है कि इसी तरह आने वाली सभी परीक्षाएं भी नकलविहीन, पारदर्शी और शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न होंगी।




