उन्नाव पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथः पहली एआई यूनिवर्सिटी का लोकार्पण,
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्नाव पहुंचे और देश की पहली एआई यूनिवर्सिटी का लोकार्पण किया। सांसद साक्षी महाराज ने चंद्रशेखर आजाद की तस्वीर सीएम को देकर मंच पर स्वागत किया।
सीएम ने कहा कि कोई भी यूनिवर्सिटी, सोसायटी या देश हो जो समय से तेज चलेगा वही प्रगति के द्वार खोलेगा। सीएम ने चांसलर सतनाम सिंह संधू और उनकी पूरी टीम को बधाई दी और उन्नाव वासियों का अभिनंदन किया। बोले शिक्षा में नई क्रांति लाने वाली यूनिवर्सिटी आपको मिली है।
ये छात्र सौभाग्यशाली हैं, जिन्होंने पहले साल में एडमिशन लिया है। हमारी सरकार ने 2020 में एक व्यवस्था बनाई कि हम डिजिटली सक्षम बनाने के लिए युवाओं को टेबलेट या स्मार्टफोन देंगे। अब तक 60 लाख युवाओं को सुविधा दी है और 2 करोड़ का लक्ष्य है। उप्र का युवा प्रतिभा और ऊर्जा से भरपूर है।
पूरी दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी की चपेट में थी तब हमने पीएम के नेतृत्व में देश के अंदर नेशनल एजूकेशन सिस्टम को लागू करने की तैयारी चल रही थी और उसे लागू भी कर दिया गया। हर जिले में एजूकेशन सिस्टम में अच्छी रैकिंग लेने के लिए एक नई प्रतिस्पर्धा शुरू हुई है। यूपी के दो विवि को ए प्लस रैंकिंग मिली है।
ग्रामीण क्षेत्र है तो 50 एकड़ और शहरी क्षेत्र है तो 20 एकड़ जमीन पास करेंगे। अब देखते ही 5 साल में 23 नए विवि बने हैं। अच्छा करने की तमन्ना के साथ प्रतिस्पर्धा शुरू हुई है। जिन कमिश्नरी में जहां विवि नहीं हैं वहां भी हमने 6 विवि बनाए हैं।
उन्नाव की जब हम बात करते हैं तो इसे साहित्यिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक द्रष्टि से कलम और कौशल के लिए जाना जाता है। इस जिले को मां गंगा के आशीर्वाद और चंद्रिका देवी मंदिर जैसी पावन धार्मिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने राजा राव राम बक्श सिंह को श्रद्धापूर्वक याद करते हुए कहा कि यह वही धरती है जहां से ब्रिटिश शासन के विरुद्ध क्रांति की ज्वाला फूटी थी। इस जिले में देश की पहली एआई आधारित यूनिवर्सिटी की स्थापना, शिक्षा के नए युग की शुरुआत है। कुशीनगर में हम एक कृषि विश्व विद्यालय का निर्माण करने जा रहे हैं।
लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 2500 करोड़ रुपये की लागत से 63 एकड़ में इस यूनिवर्सिटी का निर्माण हुआ है। इस अत्याधुनिक और स्मार्ट कैंपस में वैश्विक स्तर की सुविधाएं और इन्फ्रास्ट्रक्चर हैं। योगी आदित्यनाथ ने यूनिवर्सिटी में एसएएस और केपीएमजी के सहयोग से स्थापित दो एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) और सेंटर फॉर यूनिवर्सल बिजनेस एंड एंटरप्रेन्योरशिप (क्यूब) का भी उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह में यूपी सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, टेक्नोलॉजी एवं निवेश मंत्री नंद गोपाल गुप्ता, सांसद (राज्यसभा) और चांसलर सतनाम सिंह संधू, उन्नाव सांसद साक्षी महाराज, यूनिवर्सिटी के एमडी जय इंदर सिंह संधू और प्रो-चांसलर प्रो. हिमानी सूद सहित देश-विदेश की 20 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद हैं।
20 से ज्यादा कंपनियों ने साइन किए एमओयू चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, केपीएमजी, पीडब्ल्यूसी, एनएसई, एसएएस, क्विक हील और ग्रांट थॉर्नटन जैसी 20 से अधिक भारतीय और वैश्विक कंपनियों के साथ एमओयू साइन किए हैं। ये कंपनियां यूनिवर्सिटी में इंडस्ट्री-कोलेबोरेटिव प्रोग्राम्स चलाएंगी।
केपीएमजी ने एआई आधारित मार्केटिंग स्ट्रैटेजीस के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू किया है। एसएएस का फोकस कंप्यूटर विजन और डीप टेक्नोलॉजी में एआई एप्लिकेशन पर है। माइक्रोसॉफ्ट और क्विक हील भी शीघ्र ही दो और सीओई की स्थापना करने जा रहे हैं।
सतनाम सिंह संधू बोले- विकास को मिलेगी रफ्तार चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा कि पिछले 7-8 सालों में उत्तर प्रदेश ने अद्भुत विकास किया है। राज्य की जीडीपी 25.48 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है और यह देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
उन्होंने कहा कि यह यूनिवर्सिटी राज्य को न केवल एक एजुकेशन हब बनाएगी, बल्कि एआई-ड्रिवन विकास की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश का यह कैंपस टेक-ड्रिवन भविष्य के कार्यबल को तैयार करेगा और राज्य को न केवल एक शैक्षणिक केंद्र बल्कि भारत के विकास इंजन के रूप में स्थापित करेगा।”
रिपोर्टर :- अस्तित्व कुशवाहा
उन्नाव संवाददाता




