वन विभाग में भ्रष्टाचार व अवैध पेड़ कटान का मामला गरमाया, बीजेपी नेता ने वन मंत्री को लिखा पत्र
ब्यूरो चीफ जालौन: शैलेन्द्र सिंह तोमर
जालौन, 16 जुलाई।
भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष (नदीगांव) श्री अमित कुशवाहा ने जालौन जनपद के वन विभाग में चल रहे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अवैध पेड़ कटान को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के वन मंत्री को दो पृष्ठों का विस्तृत पत्र लिखकर स्थिति की जांच कराने और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
श्री कुशवाहा ने पत्र में उल्लेख किया है कि धीरपुर ग्राम स्थित वन ब्लॉक में पौधरोपण कार्यों के नाम पर भारी वित्तीय अनियमितताएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि फर्जी मस्टरोल के माध्यम से मजदूरी दर्शाकर धन की बंदरबांट की गई, जबकि वास्तव में न तो गड्ढे खोदे गए और न ही नालियां बनाई गईं। दस्तावेज़ों में 20 हेक्टेयर में 8000 गड्ढे और 800 नालियों का दावा किया गया है, जबकि ज़मीन पर सच्चाई कुछ और है।
इतना ही नहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय वन अधिकारी और रेंजर की मिलीभगत से पूरे क्षेत्र में अवैध रूप से नीम, आम, जामुन आदि के पेड़ काटे जा रहे हैं और अवैध बस्तियाँ भी बसाई जा रही हैं। शिकायत में यह भी कहा गया है कि गार्ड और रेंजर के बीच लंबे समय से सांठगांठ है और तीन वर्षों से एक ही अधिकारी के पद पर बने रहने से शक और गहराता है।
बीजेपी नेता ने लिखा कि रेंजर दुर्गेश कुमार खुद को ही प्रमुख मानते हैं और उच्च अधिकारियों तक शिकायतें पहुँचने ही नहीं दी जातीं। वे अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर रहे हैं और ज़मीनी कार्यों को केवल कागज़ों में दर्शाया जा रहा है।
श्री कुशवाहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि क्षेत्र की तत्काल जांच कराई जाए, भ्रष्ट अधिकारियों को हटाया जाए और ईमानदार अफसरों की तैनाती की जाए, ताकि वन क्षेत्र को बचाया जा सके और विभाग को भ्रष्टाचार से मुक्त किया जा सके।
उन्होंने अंत में यह भी अनुरोध किया है कि वन ब्लॉकों की मालीच के अनुसार जांच की जाए, जिससे वास्तविक स्थिति का सही आकलन हो सके।




