5 साल में जितने मतदाता महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में जोड़े गए, उससे ज्यादा मतदाता सिर्फ 5 महीने में जोड़ दिए गए हैं।
▪️महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 से लेकर लोक सभा चुनाव 2024 के बीच महाराष्ट्र में 32 लाख मतदाता जोड़े गए।
▪️वहीं लोक सभा चुनाव 2024 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (5 महीने) के बीच 39 लाख मतदाता जोड़ दिए गए।
*मतलब हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं जितनी आबादी महाराष्ट्र में 5 महीने में जोड़ दी गई।*
*ऐसे में सवाल है- जोड़े गए ये मतदाता कौन हैं और कहां से आए?*
*महाराष्ट्र की व्यस्क जनसंख्या 9.54 करोड़ है, लेकिन चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र में 9.70 करोड़ मतदाता हैं।*
*मतलब चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र में जनसंख्या से ज्यादा मतदाता हैं?*
एक और उदाहरण-
कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में कामठी में 1.36 लाख वोट मिले, ये चुनाव कांग्रेस जीत गई।
इसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यहां 35 हजार नए वोटर जोड़े गए। ये सारे वोटर BJP के खाते में चले गए और BJP चुनाव जीत गई।
महाराष्ट्र में ऐसे अनेक उदाहरण हैं।
महाराष्ट्र में हमारा वोट कम नहीं हुआ है, BJP का वोट ज्यादा हुआ है। जहां BJP की स्ट्राइक रेट 90% रही है। इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ।
हम चुनाव आयोग से महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट मांग रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग हमें ये लिस्ट नहीं दे रहा है। चुनाव में पारदर्शिता लाना आयोग का काम है।
महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग से सार्वजनिक तौर पर सवाल पूछ रही हैं, लेकिन फिर भी हमें लिस्ट नहीं सौंपी जा रही है।
चुनाव आयोग जल्द से जल्द महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट हमें सौंप दे।
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट




