आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं ने सीखी आत्मरक्षा
बच्चों को गुड टच और बेड टच के बारे में बताना भी बेहद जरूरी। डायरेक्टर सौरभ शुक्ला
कानपुर डिफेन्स फिजिकल एकेडमी के द्वारा आत्मरक्षा शिविर का आयोजन नौबस्ता स्थित एकेडमी परिसर में किया गया। शिविर के दौरान ट्रेनर ने अभ्यर्थियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए। इस दौरान प्रशिक्षक ने छात्राओं को गुड टच-बेड टच की भी जानकारी दी। डायरेक्टर सौरभ शुक्ला ने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण न केवल शारीरिक सुरक्षा के बारे में सिखाता है बल्कि परिस्थितिजन्य जागरूकता पर भी जोर देता है। बच्चों को सिखाया जाता है कि खतरों को कैसे पहचानें और संघर्षों को कैसे कम करें और खतरे को भांपते ही तुरंत निर्णय कैसे लें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर से बालिकाओं में आत्मरक्षा के गुणों के विकास होता है। आत्मिक क्षमता भी बढ़ती है। जिससे भारतीय संस्कृति की रक्षा संभव है। डायरेक्टर सौरभ शुक्ला ने कहा कि जब शस्त्र बल होता है तभी शास्त्रों की रक्षा हो पाती है। तथा एकेडमी और स्वयं उनका उद्देश्य संस्कृति रक्षा, शक्ति संचय तथा सेवा करना है। शिविर में भाग ले रही अभ्यर्थी अंकिता ने कहा कि अब वह दुपट्टा व चाबी को भी हथियार बना सकती है, यह आत्मरक्षा प्रशिक्षण से उन्होंने काफी सीखा है। अब जोरदार पंच और किक से किसी को भी वह धराशायी कर सकती हैं। वहीं पुलिस की तैयारी कर एकेडमी अभ्यर्थी सुमन ने कहा कि आत्मरक्षा के आसान तरीकों की जानकारी मिली है। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आगे भी प्रशिक्षण लूंगी। इस तरह के कार्यक्रम समय की मांग हैं। डायरेक्टर सौरभ शुक्ला ने कहा कि कानपुर डिफेन्स फिजिकल एकेडमी उत्तर प्रदेश की सबसे अधिक छात्र छात्राओं को सरकारी नौकरियों में स्थान दिला चुकी है। श्री शुक्ला ने कहा कि कठिन परिश्रम के बाद ही आप चमकदार बन सकते है और एकेडमी आपको निखारने का कार्य कर छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य बनाने का कार्य कर रही हैं। डायरेक्टर सौरभ शुक्ला ने बच्चियों को गुड टच और बेड टच के बारे में भी बताया उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के प्रति बढ़ते यौन शोषण और अपराध का मुख्य कारण बच्चों में जागरूकता की कमी है। माता-पिता अपना कर्तव्य केवल बच्चों को अच्छी शिक्षा, खाना-पीना, कपड़े पहनना, बड़ों का सम्मान करना और अच्छे संस्कार देने तक सीमित समझते हैं लेकिन वर्तमान समय में बच्चों को यौन शिक्षा देने के साथ ही गुड टच और बेड टच के बारे में बताना भी बहुत जरूरी है। इस दौरान मुख्य रूप से आदित्य शुक्ला शालू सर विपिन यादव समेत काफी संख्या में छात्राएं मौजूद रही।