नई दिल्ली – उत्तर भारत वालों के लिए दक्षिण भारत में मीठे का अच्छा अवसर , उत्तर भारत में मीठा खान की प्रवृत्ति अधिक है जबकि दक्षिण भारत में खट्टा खाने की प्रवृत्ति अधिक है ,
उत्तर भारत में आबादी चरम सीमा पर बढ़ती गई और दक्षिण भारत में घटती गई ,विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादा खट्टा खाने वाले आबादी नहीं बढ़ा पाते हैं ,और मीठा खाने वाले आबादी ज्यादा बढ़ाते हैं दक्षिण भारत वालों को चिंता सताने लगी तो उत्तर भारत वाले अब दक्षिण भारत में जाकर मीठे की दुकान खोलने लगे , की उत्तर भारत के बराबर खड़ा होना है तो मीठा का प्रयोग ज्यादा करिए और हमारे व्यवसाय का ध्यान रखिए ।
मोहित श्रीवास्तव की रिपोर्ट