ध्वज यात्रा, ध्वजारोहण व गणेश पूजन के साथ शुरू हुआ 152वां श्री राम लीला महोत्सव
श्रीरामलीला कमेटी के तत्वावधान में मोती नगर स्थित बाला जी हनुमान मंदिर में कमेटी के पदाधिकारियों और सहयोगियों ने पूजन अर्चन कर भव्य ध्वज यात्रा का शुभारंभ कराया। अध्यक्ष संजय राठी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारियों और सहयोगियों ने सर पर साफा, गले मे रामनामी पट्ट और हाथ मे भगवा ध्वज लेकर अपने अपने खुले वाहनों पर सवार होकर साकेत धाम रामलीला मैदान तक यात्रा कि। कथास्थल पर गणपति महाराज का पूजन और ध्वजारोहण सस्वर मंत्रोच्चारण के मध्य हुआ। हनुमान चालीसा के पाठ, रामायण जी की आरती के साथ रामलीला का मंचन राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कलाकारों ने शुरू किया। नारद मोह लीला के मंचन में विष्णु भगवान को ऐसा संकेत देते हैं कि भगवान विष्णु का जन्म राजा दशरथ के बड़े पुत्र के रुप मे होगा। मुनि वशिष्ठ के आवाहन पर श्रृंगी ऋषि ने राजा दशरथ और उनकी तीनों रानियों को यजमान बनाकर पुत्रेष्टि यज्ञ का अनुष्ठान किया जिससे प्राप्त गव्य प्रसाद का पान करने से तीनो रानियों से राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न का जन्म हुआ। भए प्रगट कृपाला भजन के मध्य अयोध्या की तरह सजाए गए साकेत धाम में जन्मोत्सव बनाया गया। लीलाओं का मंचन पुष्प वाटिका की लीला तक हुआ। यात्रा, पूजन आरती में महोत्सव संयोजक चंद्र प्रकाश अवस्थी, कोषाध्यक्ष जगदीश माहेश्वरी, मुख्य सेवायत कृष्णप्रिय मोती श्याम, प्रमोद शुक्ला, समाजसेविका निम्मी अरोड़ा, ओ पी तिवारी, प्रेम सिंह सेंगर, सुमित गुप्ता, डॉ प्रभात सिन्हा, मीडिया प्रमुख डॉ मनीष सिंह सेंगर, विनोद शर्मा, संजीव गुप्ता राजा, इंदु प्रकाश अवस्थी, मनीष पांडेय, अजय श्रीवास्तव, कौशल किशोर यादव, जसमीत अरोड़ा, प्रचीन्द्र मिश्रा, राहुल कश्यप, तपन मिश्रा, अनिरुद्ध सौरभ, ऋषभ श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और सहयोगी रहे।
ब्यूरो उन्नाव
पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट