*फतेहपुर में फर्जी महिला पत्रकार की पोल खुली, सरकारी अधिकारी के सख्त रवैये से मचा हड़कंप, कार्रवाई की मांग तेज*
फतेहपुर जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत हसवा चौकी में एक महिला, जो खुद को पत्रकार बताती है, और उसके पति नेता को एक सरकारी अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से कड़ी फटकार लगाई। यह घटना उस समय हुई जब उक्त महिला ने अधिकारी पर बिना किसी ठोस आधार के आरोप लगाए और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। अधिकारी के इस कठोर कदम से क्षेत्र में हलचल मच गई है।
*जिले के पत्रकार संगठनों के अध्यक्षों और उच्च अधिकारियों को मामले को संज्ञान में लेकर कुछ कदम उठाने चाहिए ताकि पत्रकारिता बदनाम ना हो।*
जानकारी के अनुसार, महिला पत्रकार और उसके पति ने हसवा चौकी में चल रहे एक मामले में बिना पूरी जानकारी के हस्तक्षेप किया और सरकारी अधिकारी से अनुचित तरीके से बात करने लगे। महिला ने अधिकारी पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और जातिसूचक टिप्पणियों से उसे अपमानित करने का प्रयास किया। इस दौरान महिला ने अधिकारी पर पैसे लेने का आरोप भी लगाया, जिससे अधिकारी नाराज़ हो गए और सैकड़ों लोगों के सामने महिला और उसके पति को कड़ी फटकार लगाई।
*फर्जी पत्रकार की संदिग्ध गतिविधियाँ**
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह महिला खुद को पत्रकार बताकर क्षेत्र में विभिन्न अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रही है। वह रात के समय अपनी एसीदार गाड़ी से क्षेत्र में घूमती रहती है और निर्दोष लोगों को डराने-धमकाने का काम करती है। इसके अलावा, वह पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारियों से आईडी कार्ड की मांग करके उन्हें धमकाती रही है। इस तरह के आचरण से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के प्रति गलत संदेश जा रहा है।
*पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग*
यह घटना इस ओर इशारा करती है कि फर्जी पत्रकार और उसके पति ने अपने तथाकथित पद का दुरुपयोग किया है और सरकारी अधिकारी को अपमानित करने का प्रयास किया है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक से मांग की जाती है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
*इसके साथ ही, वरिष्ठ पत्रकारों से भी अपील है कि वे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मीडिया की गरिमा और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए इस प्रकार के फर्जी पत्रकारों के खिलाफ आवाज उठाएं।*
यदि इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं की जाती, तो इससे समाज में कानून के प्रति अविश्वास बढ़ सकता है और क्षेत्र में ऐसे तत्वों का हौसला और बुलंद हो सकता है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और समाज में शांति स्थापित करने के लिए तत्काल कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है।