कलिकाल में पार्थिव शिव लिंग के विभिन्न प्रकार से अर्चन बताया गया
गोकुल बाबा परिसर में शिव महापुराण कथा में बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या
उन्नाव। शैवाचार्य प्रशांत प्रभुदास जी महाराज ने सातवें दिन की कथा में कलयुग में पार्थिव शिव लिंगों के अलग अलग तरीके के अभिषेक करने से होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया। नंदिकेश्वर महाराज ने सप्तऋषियों को जिस प्रकार अभिषेक के महत्व को बताया था उसी प्रकार कथा प्रवक्ता ने वर्णन किया। कथा के क्रम में पार्वती जी के जन्म के उपलक्ष्य में हिमालय राज के घर मे उत्सव और बधाइयों का बड़ा मनोरम चित्रण हुआ। महिलाओं ने बड़ी मात्रा में गुलगुले लाकर भोग लगाया और नियमित प्रसाद के साथ सभी को गुलगुलों का विशेष प्रसाद बांटा गया। कथा के बीच भजन गायक सुमित और संगतकर्ताओं आकाश और धर्मेंद्र ने सुमधुर संगीत के साथ भजनामृत से सबको मंत्रमुग्ध किया।
से कथा आजमान देवी प्रसाद साहू, हरि प्रसाद साहू, श्रीमती संतोष साहू, धीरज सिंह, विक्रम सिंह, नीलम त्रिपाठी, निशीथ निगम, राधा निगम, डॉ सुषमा सिंह, श्रीमती लीलावती, संतोष तिवारी, कथा अध्यक्ष अधिवक्ता राजेश त्रिपाठी व श्रीकांत शुक्ला मुकुल, व्यवस्थापक जितेन्द्र सिंह(अन्नू), संरक्षकों हरि सहाय मिश्र मदन, कमल वर्मा, राजेन्द्र सिंह सेंगर, साधना दीक्षित, राहुल पाण्डेय, विघ्नेश पाण्डेय, संजय पाण्डेय, सरिता सिंह, वंदना सिंह, दीपाली सिंह, इंद्र मणि मिश्रा एडवोकेट, अभिषेक शुक्ला, संजय त्रिपाठी, अनिल गुप्ता, संजय शुक्ला, दिव्या शुक्ला, शोभा पांडेय, चंद्रप्रकाश बाजपाई, ओम प्रकाश सोनी, कुलदीप सिंह, कुँवर बहादुर सिंह, रवि प्रकाश सिंह, कौशल किशोर यादव, संतोष दीक्षित, मनोज सिंह, शिवेन्द्र अवस्थी, रोहित अवस्थी शुभ दुबे, सोनू सिंह, सोनू पावर हाउस आदि ने आशीर्वाद प्राप्त किया। संयोजक डॉक्टर मनीष सिंह सेंगर ने आगामी 13 अगस्त को होने वाले 1008 पार्थिव शिव लिंगों के सामूहिक रुद्राभिषेक में ज्यादा से ज्यादा लोगों को सपरिवार शामिल होने के लिए पंजीकरण कराने की जानकारी दी। बारिश के बावजूद हज़ारों श्रद्धालुओं ने वाटर प्रूफ विशाल पांडाल में निर्बाध रूप से कथा सुनी।
ब्यूरो उन्नाव
पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट