पुलिस ने ऐसा क्या कारनामा किया की ठोका दिया गया उन्हीं पर केस
कानपुर डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट
-पुलिस..जिसपर हम अपनी परेशानियों के लिए आंख बंद कर के भरोसा करते हैं..जिनके बारे में हम सोचते हैं कि अगर कभी कुछ ग़लत होगा तो पुलिस संभाल लेगी लेकिन कानपुर पुलिस का एक ऐसा कारनामा अब सामने आया है जिसे सुनकर न सिर्फ आप हैरान होंगे बल्कि ये सोचने पर भी मजबूर हो जाएंगे कि क्या वाकई हम इनपर भरोसा कर सकते हैं? वैसे तो पुलिस का काम होता है अपराधियों को पकड़ना, उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करना..और उनको कड़ी से कड़ी सज़ा भी दिलाना..लेकिन कानपुर पुलिस का तो अंदाज़ ही निराला है..यहां एक थाने से अपराधियों के खिलाफ पहल कर के उनका सज़ा दिलाना तो बहुत दूर की बात है..उल्टा 11 केसों की केस डायरी ही ग़ायब कर दी.. जी हां ठीक सुना आपने..अब जब सालों से ग़ायब डायरियां यहां नहीं मिलीं तो थाने के दीवान ने अब सात दारोगा समेत 9 पुलिसकर्मियों पर बड़ा एक्शन लेते हुए इनके खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज करा दी है..इसे भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले के तौर पर देखा जा रहा है..इस झोल के चलते इन मामलों की जांच अब अधर में लटक गई है..ये सारी केस डायरी वैसे तो अदालत पहुंचनी थी लेकिन न ही ये अदालत में हैं न ही थाने के रिकॉर्ड में मिल रही है..यानि रास्ते से ही इन्हें कहीं ग़ायब कर दिया गया..ये सभी मामले 2008 से 2021 के बीच के हैं.. और ये सभी केस डायरियां कल्याणपुर थाने की हैं जिसके ग़ायब होने के बाद कल्याणपुर थाने के हेड दीवान प्रताप भान सिंह ने अब रिपोर्ट दर्ज कराई है..7 दारोगा समेत 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.. आपको ये भी बता दें कि पुराने मामलों की ग़ायब हुई केस डायरी में सबसे पुराना मामला 16 साल पुराना है।
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