कमलनाथ के दीपक हुए भाजपा के, टूटा 45 साल का रिश्ता : छिंदवाड़ा में बड़ी सेंध! नकुलनाथ की जीत की राह मुश्किल
– April 06, 2024
दीपक सक्सेना ने 2018 के चुनाव में छिंदवाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन कमलनाथ को विधानसभा चुनाव लड़ाने के लिए विधायकी छोड़ दी थी. कमलनाथ ने सीएम बनने के बाद छिंदवाड़ा से विधानसभा का उपचुनाव लड़ा था. बता दें कि 22 मार्च को दीपक सक्सेना के बेटे ने भी बीजेपी की सदस्यता ली थी
भोपाल. लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. कमल नाथ के करीबी और 4 बार कांग्रेस विधायक रहे पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. भोपाल में प्रदेश दफ्तर में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मौजूदगी में सक्सेना ने बीजेपी की सदस्यता ली. इससे पहले दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना भी बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं.
दीपक सक्सेना से पहले छिन्दवाड़ा जिले में कमल नाथ के नज़दीकी विधायक कमलेश शाह भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. कमल नाथ के एक और करीबी बेहद करीबी सैयद ज़ाफर ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है. 19 अप्रैल को छिन्दवाड़ा लोकसभा सीट पर वोटिंग है जहां से कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ दोबारा मैदान में है. बीजेपी ने विवेक बँटी साहू को टिकट दी है.
हाल ही में कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस को एक और झटका लगा था. छिंदवाड़ा नगर निगम महापौर विक्रम अहाके ने भोपाल पहुंचकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विक्रम अहाके को सदस्यता दिलाई थी. नकुलनाथ के आदिवासियों को लेकर दिए गए बयान से आहत होकर विक्रम अहाके भाजपा में शामिल हुए थे. महापौर विक्रम अहाके के साथ छिंदवाड़ा नगर निगम जल विभाग सभापति प्रमोद शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष सिद्धांत थनेसर, पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आशीष साहू, पूर्व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष धीरज राऊत, पूर्व एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय, पूर्व एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सुमित दुबे भी भाजपा में शामिल हुए थे.इससे पहले, छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह बीजेपी में शामिल हुए थे. भोपाल के मुख्यमंत्री निवास पर अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह के साथ उनकी धर्मपत्नी हरई नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष माधवी शाह और बहन जिला पंचायत सदस्य केसर नेताम ने बीजेपी की सदस्यता ली थी।
सह संपादक
स्मृति यादव की रिपोर्ट