बीजेपी ने एमपी की सभी 29 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है और उन्हें टिकट नहीं दिया गया है. सीधी में बीजेपी ने राजेश मिश्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है.बीजेपी ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश की 29 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी. पार्टी ने सीधी सीट से राजेश मिश्रा, छिंदवाड़ा सीट से विवेक ‘बंटी’ साहू, बालाघाट सीट से भारती पारधी, उज्जैन सीट से अनिल फिरोजिया, धार से सावित्री ठाकुर और इंदौर से शंकर लालवानी को चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी छोड़ने वाले अजय प्रताप सिंह सीधी से ही चुनाव लड़ना चाहते थे. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अब अजय प्रताप सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.
अब निर्दलीय उतरेंगे मैदान में
दरअसल अजय प्रताप सिंह सीधी लोकसभा सीट से बीजेपी से दावेदारी कर रहे थे, लेकिन बीजेपी ने सीधी लोकसभा सीट से डॉ राजेश मिश्रा को टिकट दिया है. यह उनका दूसरा चुनाव है. इससे पहले, उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. वहीं अजय प्रताप सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से बीजेपी का सियासी समीकरण बिगड़ सकता है. उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया है. इसके साथ ही अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल से बीजेपी लिखा बॉयो भी हटा दिया है.
अजय प्रताप सिंह के इस्तीफे पर कांग्रेस का रिएक्शन
भाजपा राज्यसभा सांसद के इस्तीफे से सियासी बवाल भी शुरू हो गया है. कांग्रेस ने कहा कि ये तो अभी शुरुआत है कई और ऐसे नेता फैसले लेने वाले है. कांग्रेस के द्वार अजय प्रताप के लिए खुले है. इसके अलावा कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी अपने बोझ से गिरने वाली है. कांग्रेसी को भाजपा जॉइन कराने वाली भाजपा अपने बड़े नेताओं को नही संभाल पा रही है. अजय प्रताप सिंह का फैसला सही है. कांग्रेस के द्वार उनके लिए है. अजय प्रताप सिंह की आत्मा जाग गयी है, ये उनका फैसला बताता है।
स्मृति यादव की रिपोर्ट