बजट में भवन निर्माण मजदूरों की समस्याओं पर ध्यान न देने से जताया गया रोष।
कानपुर नगर, भवन निर्माण मजदूर परिषद के संस्थापक अध्यक्ष ने एक बैठक के दौरान बताया कि गुरूवार को वित्त मंत्री जब संसद में खडी हुई तो हम सभी को उम्मीद थी, कि अंतरिम बजट में भवन निर्माण श्रमिकों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा, लेकिन एसा कुछ भी नही किया गया।
उन्होने बतायाकि इस बार आंतरिम बजट में भवन निर्माण श्रमिकों के साथ न्याय नही हुआ। संस्था ने कालान्तर से निर्माण मजदूरों की समस्याओं से शासन को अवगत कराया है। निर्माण मजदूर रोजना खुले आसामान के नीचे खडे होकर गर्मी सर्दी, बरसात की मार झेलते हुएकाम का इंतजार करते है किन्तु उसके लिए लेबर बाजारों में टीन शेड, शौचालय और पानी की व्यवस्था के लिए बजट में व्यवस्था नही की जाती। यदि भवन निर्माण के दौरान मजदूर के साथ कुछ अप्रिय हो जाता है कि उनके इलाज के लिए कही भी अलग से अस्पताल की व्यवस्था नही है। बजट में निर्माण रमिको को वंचित रखा गया है, जिससे हमें भारी असंतोष है।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट