विकास के दिए तले अंधेरा, कई क्षेत्रों में अभी भी नही लग सके बिजली के खंभे।
शहर के किनारे के क्षेत्र विकास से कोसो दूर, बिजली विभाग नही दे रहा ध्यान
बिजली कनेक्शन के लिए दूसरो की छतों से खंभे तक ले जा रहे बिजली के तार
कानपुर नगर, बिजली विभाग की इसे लापरवाही कहें या अधिकारियों की कार्य प्रणाली की लचरता। सरकार भले ही जनता के हितों के विषय पर चिंतित हो लेकिन विभागीय अधिकारी का वही पुराना ढर्रा चलता जा रहा है। बात जब शासन तक पहुंचती है तब किसी प्रकार की कार्यवाही को अमल में लाया जाता है। बात है कानपुर हाइवे से लगे क्षेत्र सतबरी, न्यू आजाद नगर की, जहां सडक से लेकर बिजली व्यवस्था बदहाल स्थति में है। यहां कई गलियों में आज तक बिजली के खंभे तक नही लगे है और बिजली कनेक्शन उपभोक्ताओं को बिजली का तार दूसरो के घरों की छतों से फंदाकर लाना पड रहा है।
सतबरी के न्यू आजाद नगर क्षेत्र में बिजली व्यवस्था का स्वरूप आज भी बिगडा हुआ है। यू ंतो सडकों पर लगे खंभो में तार दौड रहे है, लेकिन गलियों में अभी भी बिजली के खंभे न होने के कारण उपभोक्ताओं को दूसरे की घरों की छतों से बिजली के तार खीचना पड रहा है। इस कारण जहां उपभोक्ताओं को दूसरे की बातें सहनी पडती है तो वहीं बिजली के तार में कट लगने के साथ अन्य व्यवधानों का सामना करना पडता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि गली में बिजली खंभे लगने के लिए कई बार विभाग को सूचित किया, नेताओं के यहां भी गये लेकिन समस्या का अभी तक कोई हल नही निकल सका है। एक खासी रकम बिजली मीटर कनेक्शन के साथ बिजली तार खरीदने में लग जाती है। निवासी संगीता गुप्ता ने बताया कि उनके बिजली मीटर का बिल बकाया था और बिजली कट चुकी थी। सरकार द्वारा पूर्ण भुगतान पर छूट योजना का लाभ लेने के बाद पुनः मीटर उनके घर पर लगाया गया लेकिन उनकी एक बडी रकम बिजली का तार खरीदने में ही खर्च हो गयी। संगीता ने बताया कि उनके पति की चाय की दुकान है और बडी ही मुश्किल से परिवार का भरण-पोषण होता है। यदि गली में खंभे होते तो उनका बिजली के तार का पैसा बच जाता। इसी प्रकार अन्य घरों के लोगो ंकी भी यही शिकायत है।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट