कानपुर: संपूर्ण समाधान दिवस में हाई वोल्टेज ड्रामा, न्याय न मिलने पर युवक ने खुद पर डाला पेट्रोल
डिस्ट्रिक हेड। राहुल द्विवेदी।
कानपुर। जनपद के साउथ जोन स्थित नरवल तहसील सभागार में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब जिलाधिकारी (DM) जितेंद्र प्रताप सिंह की जनसुनवाई के दौरान एक युवक ने आत्मदाह की कोशिश की। पीड़ित युवक ने पुलिस और प्रशासन पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल लिया, जिससे मौके पर मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए।
“साहब! कोई नहीं सुन रहा, आज जान दे दूँगा”
मिली जानकारी के अनुसार, बउवन नाम का युवक अपनी बुजुर्ग माँ के साथ लंबे समय से न्याय के लिए भटक रहा था। जैसे ही वह DM के सामने पहुँचा, वह अचानक चिल्लाने लगा— “सर, हमारी कोई नहीं सुन रहा है। SO साहब भी हमारी बात नहीं सुन रहे। आज हम अपनी जान दे देंगे।” इतना कहते ही उसने अपने साथ लाए पेट्रोल को खुद पर डाल लिया।
वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए घेरा बनाकर युवक को दबोच लिया। आनन-फानन में उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और उसके पेट्रोल से भीगे कपड़े बदलवाए गए।
फिल्मों से मिली ‘आत्मदाह’ की प्रेरणा
घटना के बाद युवक ने मीडिया से बातचीत में एक चौंकाने वाली बात कही। बउवन ने कहा— “हमने फिल्मों में देखा था कि प्रशासन आसानी से बात नहीं सुनता है। जब कोई बड़ा कदम उठाओ, तभी सुनवाई होती है। इसीलिए मैंने पेट्रोल डाला।” युवक का आरोप है कि स्थानीय पुलिस (SO) उसे और उसकी माँ को लगातार टरका रही थी, जिससे परेशान होकर उसने यह रास्ता चुना।
DM का आश्वासन और जांच के निर्देश
इस सनसनीखेज घटना के बाद जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने युवक को शांत कराया और उसे उचित न्याय का आश्वासन दिया। DM ने कहा कि मामले की तुरंत जांच कर निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, इस घटना ने ‘संपूर्ण समाधान दिवस’ की सार्थकता और स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कानपुर पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि सुरक्षा घेरे के बावजूद युवक पेट्रोल लेकर तहसील सभागार के भीतर तक कैसे पहुँच गया।
प्रमुख बिंदु:
स्थान: नरवल तहसील सभागार, कानपुर।
अधिकारी: DM जितेंद्र प्रताप सिंह की उपस्थिति।
कारण: पुलिस (SO) द्वारा सुनवाई न किए जाने से आहत।
प्रेरणा: युवक ने फिल्मी अंदाज में विरोध जताने की बात स्वीकार की।




