🚨 कानपुर SHO आत्महत्या प्रकरण: ब्लैकमेलिंग के आरोप में महिला सिपाही पर FIR
डिस्ट्रिक हेड । राहुल द्विवेदी
कानपुर पुलिस विभाग से एक अत्यंत दुखद और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ जालौन में तैनात एक स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। आरोप है कि यह कदम उन्होंने एक महिला सिपाही द्वारा किए जा रहे भावनात्मक और आर्थिक ब्लैकमेलिंग के कारण उठाया। इस मामले में, पुलिस ने मृतक SHO की आत्महत्या के लिए उकसाने और हत्या के आरोप में संबंधित महिला सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गहन जाँच शुरू कर दी है।
💔 प्रेम संबंध से ब्लैकमेलिंग तक का सफर
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक SHO अरुण कुमार राय और जालौन में तैनात महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा के बीच कथित तौर पर अवैध संबंध स्थापित हो गए थे। यह संबंध शुरू में महंगे तोहफों का गवाह बना, जहाँ SHO ने महिला सिपाही को कथित तौर पर तीन लाख रुपये का हार और एक महंगा आईफोन खरीद कर दिया था।
हालाँकि, स्थिति तब जटिल और तनावपूर्ण हो गई जब महिला सिपाही की शादी की तारीख नज़दीक आई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला सिपाही ने SHO अरुण कुमार राय पर शादी में ₹25 लाख रुपये खर्च करने का जबरदस्त दबाव बनाना शुरू कर दिया।
💸 दारोगा पर आर्थिक और भावनात्मक दबाव
SHO अरुण कुमार राय के लिए यह एक अत्यधिक तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी। उन्हें हाल ही में थाने का चार्ज मिला था और इतनी जल्दी इतनी बड़ी रकम जुटा पाना उनके लिए लगभग असंभव था। एक तरफ जहाँ वह अपनी पेशेवर और निजी जिम्मेदारियों के बीच फंसे हुए थे, वहीं दूसरी तरफ महिला सिपाही ने उन्हें वीडियो और निजी तस्वीरों को उनकी पत्नी को भेजने की धमकी देना शुरू कर दिया था। इस भावनात्मक और आर्थिक ब्लैकमेलिंग के कारण दारोगा गहरे तनाव और मानसिक पीड़ा से गुज़र रहे थे।
💀 दुखद अंत और मुकदमा दर्ज
आखिरकार, इस असहनीय दबाव के चलते SHO अरुण कुमार राय ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की है। महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और हत्या के आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब मामले की गहनता से जाँच कर रही है, जिसमें सभी इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों और दोनों के बीच हुए संवादों की छानबीन की जा रही है। इस घटना ने पुलिस विभाग में अवैध संबंधों और ब्लैकमेलिंग से उत्पन्न होने वाले गंभीर परिणामों पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।




