*मोहर गांव में रिश्वत न देने पर बौखलाया लेखपाल, बिना आदेश के गौशाला में घुसा*
हमीरपुर। मोहर गांव में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब तैनात लेखपाल बिना किसी जांच आदेश या अनुमति के ग्राम प्रधान द्वारा संचालित गौशाला में घुस गया। ग्रामीणों का आरोप है कि लेखपाल छत्रपाल सिंह ने यह कदम ग्राम प्रधान द्वारा रिश्वत न देने पर बौखलाहट में उठाया।
ग्राम प्रधान राम मिलन निषाद के अनुसार, वह कई वर्षों से गांव में गौशाला का संचालन कर रहे हैं। शनिवार को लेखपाल बिना पूर्व सूचना और बिना किसी जांच आदेश के गौशाला परिसर में पहुंचा और जांच शुरू कर दी। जब प्रधान ने कार्रवाई का कारण पूछा तो लेखपाल टालमटोल करने लगा।
ग्राम प्रधान राममिलन निषाद के मुताबिक, इस दौरान ग्राम प्रधान ने लेखपाल की कार्यप्रणाली पर आपत्ति जताई और कहा कि यह कार्रवाई नियमों के विरुद्ध है। ग्रामीणों ने इसे भ्रष्टाचार और व्यक्तिगत रंजिश से प्रेरित कदम बताया।
वहीं ग्राम प्रधान समर्थकों का कहना है कि लेखपाल ने पहले प्रधान से कथित रूप से रिश्वत मांगी थी, और मना किए जाने पर उसने यह मनमाना कदम उठाया।
इस घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने जिलाधिकारी से मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी लेखपाल के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है।




