*डी.एस.एन कॉलेज उन्नाव में धूमधाम से मनाई गई संस्थापक विशंभर दयालु त्रिपाठी जी की जयंती*
आज दिनांक 5 अक्टूबर 2025 को डीएसएन महाविद्यालय उन्नाव के प्रांगण में महाविद्यालय के संस्थापक पंडित विशंभर दयालु त्रिपाठी जी की जयंती का आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित हुए। सर्वप्रथम महाविद्यालय में पंडित विशंभर दयालु त्रिपाठी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में पंडित विशंभर दयालु त्रिपाठी जी की पौत्री डॉ आस्था दीक्षित मिश्रा एवं उनके पति इंजीनियर आनंद मिश्रा जी उपस्थित हुए ।
डॉ आस्था जी ने बताया कि त्रिपाठी जी भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर वकील, और उन्नाव के पहले सांसद थे। डॉ राजेश कुमार श्रीवास्तव जी प्राचार्य डी एस एन कॉलेज उन्नाव ने बताया कि
पंडित विशंभर दयाल त्रिपाठी का जन्म 5 अक्टूबर 1899 को उन्नाव जिले के बांगरमऊ में हुआ था। वह एक ऐसे बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश और समाज को समर्पित कर दिया।
महात्मा गांधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आह्वान पर, उन्होंने अपनी शानदार अकादमिक और वकालत के करियर को छोड़कर स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। कॉलेज के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉक्टर विपिन सिंह ने बताया कि पंडित की विश्वभर दयालु त्रिपाठी
एक निडर और जुझारू स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने कई बार जेल की यातनाएँ सहीं। उन्होंने किसानों के हित के लिए ‘किसान सेवा संघ’ की स्थापना की।
आज़ादी के बाद, वह संविधान सभा के सदस्य रहे त्रिपाठी जी ने 1952 से 1959 तक उन्नाव के सांसद के रूप में लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया।
डॉ हरिशंकर यादव विभाग अध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग डीएसएन कॉलेज उन्नाव ने उनके सामाजिक कार्यों का उल्लेख किया उन्होंने शिक्षा के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दिया, अपनी जमीन और भवन तक कांग्रेस कार्यालय और आश्रम के लिए दान कर दिए।
वह त्याग, साहस और निस्वार्थ सेवा की मिसाल थे, और उन्नाव की माटी को हमेशा उन पर गर्व रहेगा। आज महाविद्यालय में पंडित विशंभर दयालु त्रिपाठी जयंती के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें डॉक्टर आस्था जी एवं इंजीनियर आनंद मिश्रा जी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजेश श्रीवास्तव जी जी के साथ महाविद्यालय प्रांगण में बरगद के पेड़ लगाएं
कार्यक्रम में डॉक्टर पवन श्रीवास्तव डॉक्टर विपिन सिंह डॉक्टर सुनील कुमार वर्मा डॉक्टर रोहित मिश्रा डॉक्टर विनय यादव डॉक्टर सुनीता यादव डॉक्टर रचना त्रिवेदी डॉक्टर रंजना त्रिपाठी डॉक्टर ममता चतुर्वेदी डॉक्टर गीता श्रीवास्तव दो मुन्नालाल डॉक्टर सरोज यादव डॉक्टर पंकज सिंह डॉ मनीष त्रिपाठी आदि ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।




