जालौन : ग्राम पंचायत एवं विकास अधिकारियों का ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी
ब्यूरो चीफ़ जालौन : शैलेन्द्र सिंह तोमर
उरई (जालौन)
ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कई गंभीर समस्याओं पर ध्यान दिलाया है। समिति ने स्पष्ट कहा है कि यदि समस्याओं का समाधान एक सप्ताह के भीतर नहीं किया गया तो 3 अक्टूबर 2025 से विकास भवन प्रांगण उरई में धरना-प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
ज्ञापन में उठाए गए प्रमुख मुद्दे :
गौशाला प्रबंधन में अव्यवस्था : निविदा के बावजूद आपूर्तिकर्ता समय पर चारा नहीं उपलब्ध कराते, जबकि सचिवों पर दबाव बनाया जा रहा है। समिति ने गौशाला खाता संचालन ग्राम प्रधान व पशुपालन विभाग को सौंपने की मांग की।
प्रति गौवंश 50 रुपये की व्यवस्था पर सवाल : इस राशि से स्पष्ट मानक न होने के कारण सचिवों पर अनावश्यक दबाव पड़ रहा है।
मनरेगा भुगतान लंबित : कई कार्य 1-2 वर्ष पूर्व पूरे होने के बावजूद भुगतान आज तक नहीं हुआ, जबकि चहेती फर्मों को तत्काल भुगतान किया जाता है।
कलस्टर आवंटन में अनियमितता : शासनादेश के विपरीत दूरस्थ क्षेत्रों में सचिवों को मनमाने ढंग से तैनात किया जा रहा है।
निरीक्षण और जनचौपाल में उत्पीड़न : निरीक्षण के नाम पर धन की मांग तथा न देने पर नकारात्मक रिपोर्ट बनाई जाती है।
अधिकारियों की अभद्र भाषा : कर्मचारियों ने कहा कि निरीक्षण के दौरान अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर मानसिक रूप से आहत किया जा रहा है।
आंदोलन की चेतावनी
समिति ने कहा है कि यदि प्रशासन ने समय रहते समस्याओं का निराकरण नहीं किया तो 3 अक्टूबर 2025 से विकास भवन प्रांगण, उरई में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ज्ञापन पर संघ पदाधिकारियों – रामबिहारी वर्मा (अध्यक्ष, ग्राम विकास अधिकारी संघ), नौशाद अली (मंत्री), पवन तिवारी (अध्यक्ष, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ), एवं पवन कुमार तिवारी (मंत्री) के हस्ताक्षर हैं।




