कानपुर
*उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों पर जिम्मेदारों ने फेरा मुंह, निर्देशों को किया दरकिनार*
*शहर की मेयर द्वारा चलाया जाने वाला अवैध कब्जे हटाओ अभियान भी हवा हवाई हुए, तो वहीं नगर निगम अधिकारी भी किराए पर दुकानें संचालन पर बेख़ौफ़ हुए*
*कानपुर की सड़कों पर अवैध टेम्पो स्टैंड संचालन और रोडवेज का कब्ज़ा*!
*शहर के हालात बद से बद्तर हो चले, तो वहीं सड़को पर नगर निगम विभाग द्वारा बड़ी लापरवाही के साथ भ्रष्टाचार भी देखने को मिलता है*
*घंटाघर, रामादेवी,बारादेवी, अरमापुर,नौबस्ता,पनकी, कल्याणपुर,झकरकटी पुल से टाटमिल तक 24 घंटे जाम अवैध टेम्पो संचालन और बस चालकों-परिचालकों की मनमानी से शहर की यातायात व्यवस्था ठप*!
*बसें सड़क पर खड़ी कर घंटों सवारियाँ भरना, पुल पर अवैध ऑटो स्टैंड और यातायात पुलिस की बेबसी,सब कुछ जनता पर भारी*।
*सिर्फ़ 500 मीटर का रास्ता तय करने में 20–30 मिनट, बस अड्डे में गड्ढों से भरा रास्ता, आधी बसें अंदर जाती ही नही।नेताओं के फोन, संगठनों का दबाव और ट्रैफिक नियमों की धज्जियाँ उड़ती रहती हैं*।
*कानपुर पूछ रहा है: आखिर यातायात व्यवस्था सुधरेगी कब*?
डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट




