“गरीबों की लकड़ियाँ हटाईं, खाली दुकानों में व्यापारी का टेंट रखवाया – पालिका की कार्यशैली पर उठे सवाल”

कालपी (जालौन)। कांशीराम कॉलोनी की वर्षों से खाली पड़ी दुकानों में कुछ गरीब परिवारों ने खाना बनाने के लिए थोड़ी-सी लकड़ी रखी थी, लेकिन नगर पालिका कालपी के अधिकारियों और कर्मचारियों को यह बात नागवार गुजरी। उन्होंने न केवल गरीबों की लकड़ियाँ हटवाईं, बल्कि उन्हीं दुकानों में एक व्यापारी का टेंट का सामान रखवा दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब ये दुकानें खाली ही पड़ी थीं और उनका कोई उपयोग नहीं हो रहा था, तो गरीबों द्वारा वहां थोड़ी लकड़ी रखना कोई अपराध नहीं था। मगर प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के उनका सामान हटवा दिया, जबकि व्यापारी के निजी व्यवसाय का सामान वहाँ रखवाने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं हुई।
अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या नगर पालिका की ये कार्रवाई पक्षपातपूर्ण नहीं है? क्या गरीबों की जरूरतों की कोई अहमियत नहीं रही? स्थानीय जनता इस घटना को लेकर खासा नाराज़ है और निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है।




