विजय रूपाणी जी अपनी हर गाड़ी का नंबर रखते थे – 1206
कहते थे, यही उनका शुभ नंबर है,
इसी नंबर से शुरू हुआ था उनका पहला सफर — एक स्कूटी से…
लेकिन किसे पता था कि
जिस नंबर से उनकी ज़िंदगी शुरू हुई थी,
उसी नंबर पर उनकी ज़िंदगी खत्म भी हो जाएगी।
12/06, वही तारीख… जब उस प्लेन क्रैश में उनकी मौत हो गई।
ये सिर्फ एक नंबर नहीं था,
शायद किस्मत का लिखा हुआ एक चक्र था
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ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।🙏🏻 एमएम




