अब्बास अंसारी की मऊ विधानसभा सीट घोषित हुई रिक्त, विधानसभा सचिवालय ने आदेश जारी किया | उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू
फिरोज खान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उलटफेर, मऊ से विधायक अब्बास अंसारी की विधानसभा सदस्यता हुई समाप्त | कोर्ट के आदेश के बाद लिया गया ऐतिहासिक फैसला, उपचुनाव की तैयारी तेज
लखनऊ/मऊ | 1 जून 2025
उत्तर प्रदेश विधानसभा की मऊ सीट से विधायक अब्बास अंसारी की विधानसभा सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। कोर्ट के आदेश के बाद विधानसभा सचिवालय ने इस बाबत आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है। यह फैसला राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है, साथ ही आगामी उपचुनावों और क्षेत्रीय समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है।
प्रमुख बिंदु: अब्बास अंसारी की विधानसभा सदस्यता समाप्त।
मऊ विधानसभा सीट को रिक्त घोषित किया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उपचुनाव कराने का प्रस्ताव भेजा गया।
यह निर्णय चल रहे कानूनी प्रकरणों के चलते लिया गया।
विधानसभा सचिवालय ने जारी किया आदेश
विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने रविवार को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि मऊ विधानसभा सीट से विधायक अब्बास अंसारी की सदस्यता समाप्त कर दी गई है। साथ ही, इस रिक्त सीट पर उपचुनाव कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी को प्रस्ताव भेजा गया है।
अब्बास अंसारी पर क्यों हुई कार्रवाई?
अब्बास अंसारी पर विभिन्न आपराधिक मामलों में जांच और कोर्ट में कार्यवाही चल रही थी। हालिया न्यायिक आदेशों के आलोक में यह निर्णय लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, कोर्ट ने अब्बास अंसारी को दोषी मानते हुए विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने का निर्देश दिया था, जिसे विधानसभा सचिवालय ने लागू कर दिया।
उपचुनाव की रणनीतियों पर असर
इस फैसले के बाद मऊ विधानसभा सीट पर जल्द ही उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह उपचुनाव राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि मऊ पूर्वांचल की राजनीति में अहम स्थान रखता है। ऐसे में सभी प्रमुख पार्टियाँ — सपा, भाजपा, बसपा और कांग्रेस — इस सीट पर रणनीति बनाने में जुट गई हैं।
संभावित असर और राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अब्बास अंसारी की सदस्यता रद्द होना सुभासपा और विपक्षी गठबंधन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। दूसरी ओर, भाजपा और उसके सहयोगी दलों को इस उपचुनाव में फायदा मिल सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मऊ की जनता आगामी उपचुनाव में किसे चुनती है।




