शौक पूरे करने के लिए तीन छात्राओं ने उठाया बड़ा कदम, फिर पुलिस हुई एक्टिव
Kanpur News उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिल्लौर क्षेत्र के एक गांव से शनिवार को लापता हुईं तीन छात्राओं को रविवार को पुलिस ने गाजियाबाद में ट्रेन से बरामद किया था। सोमवार को बिल्हौर पुलिस उन्हें कोतवाली लाई। पुलिस की पूछताछ में छात्राओं ने शौक पूरे करने के लिए रुपये कमाने के उद्देश्य से स्वजन को बिना बताए दिल्ली जाने की बात बताई।
पुलिस की पूछताछ में छात्राओं ने शौक पूरे करने के लिए रुपये कमाने के उद्देश्य से स्वजन को बिना बताए दिल्ली जाने की बात बताई। थानाक्षेत्र के एक गांव में शनिवार सुबह कॉलेज जाने के लिए निकली हाईस्कूल में पढ़ने वाली छात्रा अपनी कक्षा छह में पढ़ने वाली चचेरी बहन व कक्षा सात में पढ़ने वाली पड़ोसी छात्रा के साथ लापता हो गई थी।
देर शाम तक खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर स्वजन ने पुलिस से शिकायत की थी। शिकायत के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने लापता छात्राओं की जानकारी सभी जनपदों को भेज दी थी। बस व ट्रेन की तलाशी के दौरान रविवार शाम तीन बजे गाजियाबाद पुलिस को तीनों छात्राएं नया गाजियाबाद स्टेशन पर दिल्ली से सहारनपुर जाने वाली ट्रेन में मिल गईं थीं।
सूचना पर बिल्हौर पुलिस छात्राओं को लेने के लिए गाजियाबाद रवाना हो गई थी। सोमवार सुबह पुलिस तीनों छात्राओं को कोतवाली लाई जहां एडीसीपी पश्चिम आकाश पटेल व प्रभारी इंस्पेक्टर ने छात्राओं से पूछताछ की।
प्रभारी इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि छात्राओं के परिवार की आर्थिक स्थित बहुत अच्छी नहीं है। पूछताछ में छात्राओं ने अपने शौक पूरे करने के लिए रुपये कमाने के उद्देश्य से दिल्ली जाने की बात स्वीकार की है। छात्राएं घर से निकलने के बाद पहले एक मैजिक में बैठकर कल्यानपुर गईं और वहां से टिकट लेकर कालिंद्री एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंच गईं। वहां किसी के बताने पर काम की तलाश में मेरठ जाने के लिए ट्रेन पर बैठीं थीं।
इस बीच सर्विलांस की मदद से गाजियाबाद पुलिस छात्राओं तक पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि बीते माह की 27 तारीख को भी छात्राएं दिल्ली जाने के लिए गांव के पास सवारी की तलाश में खड़ी थीं।
इस बीच किसी परिचित के वहां पहुंचने पर छात्राएं वापस घर लौट गईं। चिकित्सकीय परीक्षण के बाद छात्राओं को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां से कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद तीनों छात्राओं को उनके स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया।
*सुमित सिंह की रिपोर्ट*