अखिलेश यादव ने महाकुंभ में संगम में आस्था की डुबकी लगाई, 11 संकल्पों के साथ किए आत्ममंथन
लखनऊ , (आरएनएस )समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने सूर्य को अर्घ्य दिया और 11 संकल्पों के साथ 11 डुबकी लगाई। इस मौके पर उनके सुपुत्र नव्व अर्जुन यादव और पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं राष्ट्रीय सचिव नव्व राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद रहे।अखिलेश यादव ने महाकुंभ के महत्व को बताते हुए कहा कि महाकुंभ 144 वर्षों में एक बार आता है और वह भी संगम के किनारे, जो नदियों के मिलन स्थल पर स्थित है। उन्होंने इस अवसर पर कहा, “हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हमारा जीवन भी संगम की तरह विभिन्न दिशाओं से आते हुए धाराओं के मिलन से ही सही अर्थ और मायने पा सकता है। हमें जीवन भर मेलजोल का सकारात्मक संदेश देना चाहिए और सद्भाव, सौहार्द और सहनशीलता की त्रिवेणी का संगम अपने अंदर स्थापित करना चाहिए।”श्री यादव ने महाकुंभ के पावन अवसर पर एक डुबकी माँ त्रिवेणी को प्रणाम की, एक डुबकी आत्म-ध्यान की, एक डुबकी सर्व कल्याण की, एक डुबकी सबके उत्थान की, एक डुबकी सबके मान की, एक डुबकी सबके सम्मान की, एक डुबकी सर्व समाधान की, एक डुबकी दर्द से निदान की, एक डुबकी प्रेम के आह्वान की, एक डुबकी देश के निर्माण की और एक डुबकी एकता के पैगाम की लगाई।भा.ज.पा. पर तंज करते हुए उन्होंने कहा, “भा.ज.पा. के नेताओं को महाकुंभ में सहनशीलता के साथ स्नान करना चाहिए। यहां लोग पुण्य और दान के लिए आते हैं, वाटर स्पोर्ट्स के लिए नहीं। भाजपा सरकार ने महाकुंभ के आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं कीं। इस बार कुंभ में केवल सरकार के मंत्रियों के पोस्टर लगे हैं, जबकि आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।”पूर्व मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के आयोजन में अपनी सरकार द्वारा किए गए कामों का जिक्र करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान महाकुंभ का आयोजन कम संसाधनों के बावजूद बेहतर तरीके से हुआ था और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के दल ने उस आयोजन का अध्ययन भी किया था।उन्होंने कहा कि महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं और इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार को केंद्र से अधिक धनराशि मिलने की आवश्यकता है ताकि महाकुंभ की व्यवस्था और बेहतर हो सके और श्रद्धालुओं और संतों को अधिक सुविधाएं मिल सकें।इस दौरान अखिलेश यादव कई धार्मिक स्थलों पर भी गए। उन्होंने लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन किया, हिमालय शंकराचार्य शिविर में ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात की और उनके साथ हवन में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने श्री थानाराम आश्रम, हरिद्वार के सतपाल ब्रह्मचारी जी से भी मुलाकात की।उन्होंने मुलायम सिंह यादव स्मृति संस्थान द्वारा स्थापित नेताजी मुलायम सिंह यादव की मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा में जाकर कौशल्यानंद गिरि से आशीर्वाद लिया और स्वामी अड़गड़ानंद आश्रम में यथार्थगीता प्राप्त की।अखिलेश यादव की महाकुंभ में उपस्थिति के दौरान उनकी लोकप्रियता की झलक देखने को मिली। तमाम श्रद्धालु, बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग उनके साथ सेल्फी लेने के लिए रुके और उन्हें जोश-ख
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