चुनाव से पहले… *पप्पू के मंदबुद्धि समर्थकों द्वारा, दावा किया जा रहा था,* कि देख लेना भाई *छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश राजस्थान तीनों ही कांग्रेस जीतेगी!*
दरअसल गुल्लीकट्टूओं और पर्वर्ट हिंदुओं की बदौलत, *छत्तीसगढ़ और राजस्थान तो कांग्रेस के ही थे,* अब ये *मध्यप्रदेश को भी भाजपा से लेना चाह रहे थे!?*
खैर, *मध्यप्रदेश तो आया नहीं, छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी हाथ से निकल गए!?*
इसी को कहते हैं कबीरदास… को जानने वाले… *असली पनौती…* कहावत है…
*जहां कबीर माठा के जाएं,*
*पड़वा, भैंस, दुनऊ मर जाएं!?*
यानी *भंडारे में जीमने गए तो भोजन खत्म और बाहर आये तो चप्पल गायब!?*
अब इटली वाली बाई कह रही है हमारे हिस्से में *तेल लगाना* आया है, इनको विधर्मी माफियाओं की अम्मा को कोई बताओ यार, ये *तेलंगाना* है!?
और ये भी नहीं आता, सूखी हो जाती, खांग्रेस की, बेइज्जती, वो भी इस लिए आ पाया *क्योंकि गुल्लीकट्ठूओं ने, मुफ्तखोरो ने अपनी जात दिखा दी, विकास लिया, साथ नहीं दिया, मोदी के विस्वास की भी मैय्या कर दी* खैर खुश हो जाओ, अब किसी को तेल नहीं लगाना है…
*तेलंगाना खांग्रेस को दे दिया है,* अब *चाहे ईसाई बना दो पूरा, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय की तरह, या फिर गुल्लीकट्टूओ का गढ़ जैसे केरल, पश्चिम बंगाल* कोई कुछ नहीं बोलने वाला, वहां जो हिंदू मरने के लिए तैयार हैं, वो मारेंगे नहीं!?
बाकी *मध्य भारत को अगर धर्मांतरण माफिया से बचाना है तो मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार गंदगी मुक्त करना होगा!?*
वरना वो समय दूर नहीं, जब पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत की तरह कन्वर्ट हिंदू भूल जायेंगे, की उनके बाप दादा, ईसाई या मुसलमान नहीं थे, और वो *हिंदूविरोधी, विदेशी धन से पल रहे नेताओं के इशारे पर सनातन विरोधी होकर, उसी डाल को काट देंगे, जिसपर बैठे हैं, अपने ही घर में आग लगा लेंगे!?*
*मिजो+राम* के *चुनाव के नतीजे आज इसलिए नहीं दे सका चुनाव आयोग,* क्योंकि *आज वहां राम को मानने वाले, गले में क्रॉस लपेट कर रविवार को चर्च में लोट लगा रहे हैं* यही हाल छत्तीसगढ़ का करना चाहता था बघेल, और झारखंड का सोरेन, और बिहार का कुर्सी कुमार!
*मिजोरम से राम गए, यीशु बना दिया सबको, इंदिरा और मदर टेरेसा गठबंधन ने!?*
आज यहां 87 % जनसंख्या ईसाई हो चुकी है, यही हाल नागालैंड और मेघालय का है, *ईसाई बनने के बाद भी इनको जातिवादी आरक्षण भी मिल रहा है, है ना कितनी बड़ी नौटंकी* क्योंकि कानून अंधा है, सरकार लाचार, हिंदू बेचारा, और अंधा बांटे (आरक्षण की) रेवड़ी, फिर फिर अपने ही को देत!
इसपर आज भी *भारत में ऐसे लाखों, सेकुलर, हिंदू हैं, जिनको इतना बरगलाया जा चुका है, की उनको तो ये तक नहीं पता की वहां आज भी उनके बच्चे हुए हिंदू आदिवासी पुरखे,* आज भी अपने राम को बचाने के लिए, *अपनी जान पर खेलकर, नंगी ईसाई औरतों को आगे करके, लड़ाई लड़ने वाली, अपनी ही प्रजाति की ईसाई बन चुकी, धर्मांतरित सेना से लड़ रही है!?*
इसके बावजूद भाजपा सरकार ने वहां हथियार बंद उग्रवादी समूहों के आत्मसमर्पण और प्रतिबंध पर जोर लगाकर, जिस प्रकार स्थिति को नियंत्रित किया है, उसे देखकर खांग्रेस और प्रोग्रेसिव वामिये, अलगाववादी ग्रुप की मैय्या हरी हो रही है और वो गाहे बगाहे, युवाओं को बरगलाने में लगे रहते हैं!
बेचारे, अब अपनी तो इतनी पोल खुल चुकी है कि, *खुद को तो अब अच्छा बता नहीं सकते,* क्योंकि चिरकुट हैं जनता जान गई है, *इसलिए अब नया पैंतरा अपनाते हैं, ऐसे कई मिल जायेंगे बोलेंगे, भाई, सभी एक जैसे हैं!?*
*एक जैसा हमारा जूता भी नहीं* हम सपरिवार *गौमाता को पूजते हैं,* जो *असुर प्रवृत्ति के लोग गौमाता को खाते हैं, वो और हम, भला एक जैसे कैसे हो सकते हैं!?*
हम, *खांग्रेस समेत तमाम जातिवादी, अलगाववादी, टुकड़े टुकड़े मानसिकता वाले, राम विरोधी, हिंदू विरोधी, भारत विरोधी मानसिकता वालों का बहिष्कार करते हैं* दूर से राम राम!
*जो ऐसे धर्मविरोधियों के साथ हमबिस्तर होने को आतुर हों, वो और हम भला एक जैसे कैसे हो सकते हैं!?*
जो राम का नहीं वो अपने ही किसी काम का नहीं है, भला हमारे किस काम का होगा!?
राजस्थान में कन्हैया की हत्या करवाने वाले, ख्वाजा के खादिमों की लंका हरी करनी होगी, हिंदू विरोधी, रोबर्ट के दलाल, राजस्थान की जमीन बेचने वाले तोतले को जेल भेजना होगा, मध्यप्रदेश के कलंकनाथ को 1984 में निर्दोष सिक्खों के गले में टायर डालकर जलाने, हत्या करने के लिए फांसी देनी होगी, तब जाकर, छत्तीसगढ़ में सत्ता के नशे में चूर, क्रिप्टो ईसाई बाप बेटे बघेल को, भगवान राम, माता सीता, रामायण, और हिंदुओं को मंच से गाली देने के लिए बाहुबली फिल्म की मानें तो इनकी जबान नहीं, गला काट देना चाहिए, तब जाकर न्याय होगा, लेकिन हिंदू सहिष्णु हैं, जेल भेज दो सालों को, अगली बार फिर भाजपा को वोट करेंगे!
फिलहाल इन तीन राज्यों में हारने वाली टुच्ची पार्टी को किसी समीक्षा की ज़रूरत नहीं… साफ है… भारत में…
*जो करेगा राम का विरोध, हिंदू लेगा उससे प्रतिशोध!*
*सनातन धर्म का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान!*
रहा सवाल भाजपा का तो तेल लगाना से सीख लें, तेल नहीं लगाना, *लट्ठ को तेल पिलाना है* जहां जाहिल ज्यादा हों, वहां बाद ये समझ लो कि हमने अपने पिता से यही सीखा है बेटा, जाहिलों की सभा में, ज्ञान की बात नहीं, भैंस के आगे बीन बजाय, भैंस खड़ी पगुराय वाला मामला हो जाता है वहां बस एक सिस्टम है *जिसकी लाठी उसी की भैंस*
रहिमन लाठी राखिए, वामे तेल लगाए,
ना जाने किस मोड़ पर, थूकिया (जेहादी, कालनेमी) मिल जाए!
टाइम्स एंड स्पेस न्यूज ब्यूरो अशरफ़ जमाल रिपोर्ट
*जय श्री राम, जय जय श्रीराम!*