उन्नाव : सड़कों पर आवारा मवेशियों की पैठ है, हर रोज हादसों से हाहाकार मचा हुआ है, कोई बीच सड़क पर बैठे मवेशियों के दायरे में आकर जख्मी हो रहा है तो कोई जान से हाथ धो रहा है।
किसानों के खेत भी सुरक्षित नहीं है कुदरत की मार से परेशान किसानों को अन्ना मवेशियों के आंतक की दोहरी मार झेलनी पड़ी रही है।
विभाग सिर्फ हवा में तीर चला रहा है, अभियान के दावे कर शत-प्रतिशत मवेशियों के संरक्षण की झूठी बयानबाजी कर रहा है।
जिले में 308 गोशालाएं हैं, जिसमें 37 हजार मवेशवियों को संरक्षित करने का दम भरा जा रहा है।
धरातल पर उतर कर देखा जाए तो दावे झूठे निकलेंगे, क्योंकि किसी गोशाला में आकड़ा पूरा नहीं है, कागजों पर शत-प्रतिशत संरक्षण का दावा कर हकीकत में खेल कर रहे है।
संवाददाता
शुभम शुक्ला की रिपोर्ट