*जिनके होठो पे हँसी पाँव मे छालो होंगे।हाँ वही लोग तुम्हे चाहने वाले होंगे।*
उन्नाव किसी शायर की पंक्तिया शिक्षा के क्षेत्र मे एक शानदार इबादत लिखने वाले डी0एस0एन0 महाविद्यालय के बीएड विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं एनसीसी एएनओ लेफ्टिनेंट डॉ विपिन सिंह पर खरी उतरती है। डॉ विपिन कानपुर के हरजेंद्र नगर के मूल निवासी है। इनके पिता स्वर्गीय रामगोपाल सिंह एक शिक्षक थे साथ ही समाज सेवा में भी तल्लीन थे ।उन्हीं के पदचिह्नों पर चलकर डॉ विपिन सिंह ने शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को दिशा देने का प्रयास किया। पर्यावरण संरक्षण का ऐसा जुनून है कि विपिन सिंह को जहां भी मौका मिलता वहीं पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी लोगों को जागरूक करते हैं। कालेज परिसर में फूलों की कमी काफी अखरती थी। इससे एक बेकार पड़े स्थान को काफी मेहनत के बाद फुलवारी के लायक बनाने में सफल रहे। आज वे युवाओं में अत्यधिक लोकप्रिय शिक्षक हैं उनकी लोकप्रियता और दूरदर्शिता को देखते हुए ही 57 एनसीसी बटालियन के कैडेटों ने उनके जन्मदिवस पर रक्तदान करने का निर्णय लिया।
डॉ विपिन गुरु शिष्य की प्राचीन परम्परा को जीवित रखते हुये बच्चों मे संस्कार देशप्रेम नैतिकता और त्याग समरसता की वो भावना भर रहे है। जिस पर पूरे राष्ट्र को गर्व होना चाहिए। शिक्षा को जीविकोपर्जिन भर न मानने वाला यह शिक्षक नौजवानों के भविष्य व व्यवितत्व को संवारने का कार्य कर रहे है। पूरे कालेज के छात्र उन्हें अपना आदर्श मानते है। आज उनका जन्मदिन जिस तरह से बच्चों ने मनाया उस पर शिक्षा जगत को गर्व होना चाहिए।सीनियर अंडर ऑफिसर दीक्षा अवस्थी,अंडर ऑफिसर सुलेखा राजपूत,कुलदीप, स्नेहा वर्मा ,संदीप ,राजदीप ,पूजा, नैना , कश्मीरी चौधरी सहित दर्जनों बच्चो ने जिला चिकित्सालय उन्नाव मे रक्तदान किया।
कार्यक्रम के संयोजक व रक्तदान शिविर का आयोजन राजकीय आईटीआई के एनसीसी एएनओ रवि रंजन ने कहा कि रक्तदान को लेकर समाज में भ्रांतियां बहुत हैं। यही वजह है कि रिश्तेदार ही नहीं परिवार के सदस्य भी जरूरत पड़ने पर रक्तदान से कतराते हैं, लेकिन इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रशिक्षणार्थियों ने अपने प्रिय गुरु के अवतरण दिवस पर रक्तदान किया।
ब्यूरो उन्नाव
पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट