इमोशनल इंटेलिजेंस का है आने वाला समय
एसएनसेन बालिका महाविधालय में चल रहे आठ दिवसीय व्षख्यामाला का समापन
कानपुर नगर, एसएन सेन बलिका महाविधालय के बवन्सपति विज्ञान विभाग में चल रहे आठ दिवसीय व्याख्यान माता का समापन हुआ, जिसमें अंतिम दिन दो व्याख्यान हुए। पहला राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के वैज्ञानिक डा0 संजीव ओझा तथा दूसरा दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर के वैज्ञानिक डा0 सुधीर कुमार झां का हुआ।
डा0 ओझा द्वारा हर्बल हेल्थ एण्ड हेप्पिनेस में प्राइमरी और सेकेंडरी मेटाबॉलाइट्स न्यूट्रास्यूटिकल आदि की चर्चा की। गन्ने का रस एक गिलास और अदरक का रस एक चम्मच क्यों, इसी उदाहरण से औषधिक और आहार का अंतर समझाया। डा0 सुधीर कुमार झा ने दो शीर्षक पर अपना व्याख्यान दिया जिमसें, जहां एक तरफ फलोरिकल्चर जैसे वैज्ञानिक विषय को चुना तो वही दूसरी ओर इंटर पार्सनल स्किल तथा इमोशनल इंटेलीजेंस जैसे विषयों पर चर्चा की और पर्सनालिटी डेवलपमेंट के गुर सिखाए। उन्होने कहा आने वाला समय ईक्यू और इंटर पर्सनल स्किल का है। प्राचार्या ने छात्राओं को इस प्रकार के ऐकडेमिक कार्यक्र में आगे भी प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया। व्याख्या नमें 70 छात्राओं व 12 शिक्षिकाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर शुभ्रो सेन, प्रो0 समुन, डा0 गार्गी यादव व डा0 प्रीती सिंह उपस्थित रहीं।
हरिओम की रिपोर्ट