कानपुर नगर
जिले के अब कामन सर्विस सेंटर संचालकों की ओर से भी आगामी लोकसभा चुनाव में वोट न कर किये जाने की सुबगाहट धीरे धीरे शुरू होने लगी है,
आरोप है कि वाई फाई योजनाओं के नाम पर सिर्फ उनसे ठगी किये गये १२ हजार रूपये आज वापसी नही, वही उन्हे ग्राम पंचायत में एक स्थाई संविदा तौर कम्यूटर आपरेटरो के रूप में नियुक्ति किये जाने जैसे कार्यो का सिर्फ छलावा किया गया,
विगत वर्ष 2014-15 में प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा लांच की गई प्रधान मंत्री जनधन योजना अंतर्गत चयनित हुये बैंक मित्रों के पारितोषक रूप मासिक मानदेय दिये जाने की कही गयी थी जो मात्र आज तलक छलावा तक ही सीमित रहा,
जहां जिले में कामन सर्विस सेंटर, लोकवाणी, जनसेवा केंद, बैंक मित्र समेत हजारों की संख्या में केंद संचालक हैं ।
विभिन्न जनपदों के ग्राम पंचयतों में कार्यरत कामन सर्विस सेंटर संचालकों का पैसा भी वाईफाई नेटवर्किंग के नाम पर डूब गया जो आज तक गांव गांव आप्टिकल फाईबर के टावर जंग खा रहे हैं,
सेंटर संचालकों का आरोप है कि किसी भी पार्टीदलों के द्वारा इन लोगों का अपने घोषणा पत्रों में ग्रामीण उद्यमियो का कोई जिक्र नही किया गया, जबकि पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी जी द्वारा सरकार बनने पर “ग्रामीण उद्यमियों” के लिये भी एक बजट में छह हजार मासिक मानदेय दिये घोषणा की गई थी ।
संवाददाता
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट