कार्यक्रमों ने बदहाल की ऐतिहासिक नाना राव पार्क सूरत
कानपुर नगर, ऐतिहासिक नाना राव पार्क कंपनी बाग को प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर जबरदस्त तरीके से रौंदा गया अगर कहा जाए तो गंदगी फैलाने में और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में कोई भी कसर शेष नहीं बची।
नाना राव पार्क पर्यावरण मित्र परिषद के महामंत्री चंदन राय गर्ग में बताया कि पिछले कई वर्षों के संघर्षों के पश्चात आज नाना राव पार्क जिस खूबसूरती के साथ अपनी हरियाली और फुलवारी आमजन मानस के मन को मोह रहा है वही दूसरी तरफ कुछ ऐसे कार्यक्रम जो राजनीति के भेद चढ़े हुए हैं । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नई दिल्ली द्वारा लगाई गई रोक के बावजूद पार्क को कुछ कार्यक्रमों के आयोजन के लिए आवंटित किया जाता है जिसमें प्रमुख रूप से बाबा भीमराव अंबेडकर जी का जन्म दिवस है जिसमें बहुत बड़ा मेला आयोजित होता है सैकड़ो स्टाल लगाए जाते हैं भंडारे चलाए जाते हैं हजारों लोगों की भीड़ आती है प्रतिबंधित पानी के प्लास्टिक वाले गिलास इस्तेमाल होते हैं गंदगी और बदबू के कारण नियमित घूमने आने वाला मॉर्निंग वॉकर परेशान होता है आज सुबह मॉर्निंग वॉक के समय गंदगी को देखकर आम जनमानस में बहुत ही ज्यादा रोष था और सभी लोगों की एक ही मांग है कि पार्क के अंदर किसी भी तरह का कोई भी आयोजन किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए संस्था के पदाधिकारीयों ने पार्क में ही बैठक कर तय किया कि महानिदेशक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नई दिल्ली से शिकायत करेंगे यदि उन्होंने पार्क को संरक्षित करने के लिए अहम कदम नहीं उठाए तो संस्था पिछली बार की तरह थोक पटाखा बाजार को हटवाने के लिए जनहित याचिका का सहारा लिया गया था वैसे ही पार्क में हो रहे आयोजनों को रोकने के लिए जनहित याचिका के माध्यम से इलाहाबाद उच्च न्यायालय की तरफ जाने पर विचार करेगी। बैठक में मुख्य रूप से पवन भार्गव (अध्यक्ष) चंदन राय गर्ग (महामंत्री) संजय मेहरोत्रा (कोषाध्यक्ष) विकास मेहरोत्रा (उपाध्यक्ष) बबलू राजपूत अनिल गुप्ता मुकेश शाह किरण वर्मा सहित संस्था के काफी सारे सदस्य मौजूद थे।
हरिओम की रिपोर्ट