अखिलेश यादव अपने 8 टिकट बदल चुके हैं और ये उनकी कमजोरी मानी जा रही है कि पार्टी पर उनका कोई जोर ही नहीं है. बार-बार टिकट काटने और बदलने से पार्टी काडर का मनोबल भी टूटता है लेकिन अखिलेश यादव कह चुके हैं कि जहां जैसी जरूरत लगेगी वो टिकट बदल देंगे (बरेली) लोकसभा सीट का भी फीडबैक अंदरूनी खाने ठीक नहीं जा रहा है सपा सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों मै कुछ भी हो सकता है.
समाजवादी पार्टी अपना बरेली प्रत्याशी भी बदल सकती है या नहीं
बाकी आने वाले दिनों क्या होगा वो तो वक़्त ही बताएगा.
फिरोज खान की रिपोर्ट




