चूरू सीट पर वर्तमान सांसद राहुल कस्वां को इस बार भाजपा से टिकट नहीं मिला है।
कस्वां परिवार की तीसरी पीढ़ी के राहुल कस्वां चूरू लोकसभा क्षेत्र से वर्तमान में सांसद हैं। वह 2014 और वर्ष 2019 में दो बार लगातार चुनाव जीते।
राहुल कस्वां ने मांगा था दो दिन का समय : शुक्रवार को चूरू जिले के राजगढ़ स्थित अपने आवास पर राहुल कस्वां शक्ति प्रदर्शन किया था और पार्टी को बागी तेवर दिखाए थे. उनकी रैली के बाद से कयास थे कि वे चूरू से भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. राहुल कस्वां ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा था कि आगे की डगर मुश्किल है, हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, क्या आप उसके लिए तैयार हैं? राहुल ने कहा था कि आपका फैसला मुझे पता लग गया है. मुझे दो दिन का टाइम दो, मैं वादा करता हूं कि आपकी इच्छा पूरी करूंगा. अब यह दो दिन का समय भी सोमवार को पूरा हो गया.
हार जीत के लिए नहीं लड़ा चुनाव: राहुल कस्वां ने कहा था कि हमारा परिवार 1977 से राजनीति में है. 33 साल पहले भैरोंसिंह शेखावत ने मेरे पिता को संसद में जाने का अवसर दिया, जबकि पहले वे सिर्फ सरपंच थे. हमने हार-जीत के लिए चुनाव नहीं लड़े, बल्कि जनता के काम करवाने, सुख-दुख में साथ देने और विकास के लिए लड़े.
सह संपादक
स्मृति यादव की रिपोर्ट