जल्द ही जीएसवीएम में बनेगा आई बैंक, नेत्र रोगियों का रोशन होगा जीवन
आई बैंक बनने के बाद शहर के अलावा अन्य जिलों के मरीजों को मिलेगी बडी राहत, अधिक संख्या में कार्निया सुरक्षित रखने की होगी सुविधा।
कानपुर नगर, आंख के रोगियों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही उन्हे शहर आई बैंक का तोहफा मिलने जा रहा है, जिसके लिए गणेश शंकर विधार्थी स्मारक चिकित्सा महाविधालय(जीएसवीएम) के नेत्र रोग विभाग में आई बैंक का निर्माण कराया जायेगा। 40 लाख रूपये लागत से बनने वाले इस आई बैंक को एलएलआर अस्पताल में बने नेत्र रोग विभाग के पीछे खाली पडी जमीन पर बनाया जायेगा। शहर में आई बैंक बनने के बाद जहां इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मरीजों को मिलेगा तो वहीं आवश्यकता के अनुसार लोगों को सभी प्रकार की सहयता प्राप्त होगी, जिससे उनका जीवन रोशन हो सकेगा।
बतादें कि कानपुर के एलएलआर अस्पताल में बने नेत्र रोग विभाग में शहर ही नही बल्कि आस-पास के कई जिलों से मरीज अपनी आंखों का इलाज कराने आते है। यहां नेत्र विभाग में मरीजों के लिए बेहतर कार्य हो रहा है और अब मरीजो को और सुविधा देने के लिए जल्द ही यहां आई बैंक का निर्माण कराया जायेगा। 40 लाख रूपये की लागत से बनने वाले इस आई बैंक के भवन निर्माण के लिए 40 लाख रूपये की स्वीकृति भी मिल चुकी है। यह आई बैंक का निर्माण एलएलआर में स्थपित नेत्र रोग विभाग के पीछे खाली पडे स्थान पर किया जायेगा। आईबैंक में लगने वाले लगभग एक करोड रूपये के उपकरणों को रोटरी संस्था द्वारा विभाग को दिया जा चुका है। बताया जाता है कि आई बैंक बनने से नेत्र रोगियों को और भी अधिक सुविधा दी जा सकेगी। इसके साथ ही कई दिनों तक कार्निया को भी सुरक्षित रखा जा सकेगा और इसके साथ ही जीएसवीएम मेडिकल कालेज कार्निया प्रतयोरोपण के रूप में विकसित हो जायेगा। आई बैंक बनने से नेत्र दान सम्बन्धित सभी विषयों का अध्ययन किया जायेगा कि किस प्रकार नेत्र दान करने पर आखों को निकाला जाये साथ ही उसका मूल्यांकन और वितरण की बारीकियों का भी अध्यन होगा। आई बैंक बनने से पहले से अधिक कार्निया को सुरक्षित रखने की सुविधा होगी और किसी भी प्रकार से आंखों की रोशनी खोने वाले नेत्रहीनों का कार्निया प्रत्यारोपण कर उनके जीवन को रोशन किया जा सकेगा।