क्या शिवराज सिंह लड़ेंगे छिंदवाड़ा से चुनाव? कैलाश विजयवर्गीय ने दिया संकेत
February 08, 2024
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार कमलनाथ के गढ़ को भेदने के लिए पार्टी ने जोरदार प्लान बनाया है। इस सीट पर बीजेपी इस दिग्गज नेता को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला ले सकती है।
इंदौर: क्या मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) कमलनाथ (Kamal Nath) के गढ़ छिंदवाड़ा (Chhindwara) से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे? यह चर्चा सूबे के राजनीतिक गलियारों में जमकर हो रही है. इस चर्चा को उस वक्त और बल मिल गया, जब भोपाल में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के दौरान नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने सुझाव दिया कि छिंदवाड़ा से शिवराज को भी लड़ा सकते हैं.
भोपाल में बुधवार (7 फरवरी) को बीजेपी की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में छह लोकसभा सीटों के संभावित दावेदारों से जुड़े लिफाफे खोले गए. इसमें चौंकाने वाली बात यह रही कि लिफाफे से उन नेताओं के भी नाम भी निकले, जो पूर्व में इन सीटों से सांसद रहे हैं. उनमें से कुछ डॉ मोहन यादव की सरकार में मंत्री भी हैं.
छिंदवाड़ा के लिए दिया शिवराज का नाम
बताया जा रहा है कि अब यह नाम प्रदेश संगठन की ओर से दिल्ली भेजे जाएंगे. इस दौरान छह सीटों की चर्चा के वक्त जब छिंदवाड़ा का लिफाफा खुला, तो मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह सुझाव देकर सबको चौंका दिया कि रायशुमारी के नामों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी यहां लड़ाया जा सकता है. अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि विजयवर्गीय ने जब यह कहा तो बैठक में मौजूद किसी भी नेता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इन सीटों पर जल्द प्रत्याशी घोषित करेगी BJP
कहा जा रहा है कि इस बार बीजेपी छह लोकसभा सीटों जबलपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, मुरैना, सीधी और नर्मदापुरम के प्रत्याशी जल्द घोषित करेगी. यह वह सीटें हैं, जिनके सांसद विधानसभा चुनाव जीतकर लोकसभा से इस्तीफा दे चुके हैं या फिर पार्टी को 2019 के चुनाव में यहां से हार का सामना करना पड़ा था. अब बात छिंदवाड़ा की करें तो बीजेपी यहां साल 1998 का प्रयोग दोहराने की तैयारी में है. उस दौर का किस्सा ऐसा है कि कमलनाथ को साल 1996 में हवाला कांड में नाम आने के बाद कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था. उन्होंने अपनी पत्नी अलका नाथ को चुनाव मैदान में उतार दिया. छिंदवाड़ा में अपने व्यापक जनाधार के कारण कमलनाथ पत्नी अलकानाथ को चुनाव जिता ले गए।
सह संपादक
स्मृति यादव की रिपोर्ट