ट्रांसफार्मर के रखरखाव में बरती जा रही लापरवाही का उठाना पड रहा जनता को
आये दिन विभिन्न क्षेत्रों में ट्रांसफार्मरो में आती है शिकायतें, समय पर नही होती मरम्मत, कई क्षेत्रों में इंसुलेट की समस्या।
कानपुर नगर, बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही का खामयाजा आम जनता को उठाना पडता है। शहर में बिजली सप्लाई के लिए लगे ट्रासंफार्मो की देखरेख में विभागीय कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इसके अलावा कहीं एक ही कारण होने वाले फाल्टों को ढंग से नही बनाया जाता है तो कहीं खंभे टेढे है तो कही बिजली के तार लटक रहे है। अभी सर्दी में बिजली की कम खपर होने के कारण लोड कम है, इसपर ट्रांसफार्मर खराब हो रहे है आगे गर्मियों में क्या होगा।
केस्को विभाग के कर्मचारियों द्वारा बिजली के उपकरणों और ट्रांसफार्मरों के रख रखाव में लापरवाही बरती जा रही है। कई क्षेत्रों में आये दिन ट्रांसफार्मर में खराबी की शिकायत बनी रहती है, जिसका कारण लापरवाही है। समय से कर्मचारियों द्वारा ट्रांसफार्मर की मरम्मत का काम नही होता। उससे जुडने वाले पॉवर तार के जोडों की समय समय पर जांच नही होती। कहीं तेल की कमी के कारण ट्रांस्फार्मर गर्म हो जाते है तो कहीं तेज की ज्यादा मात्रा के कारण, होता यह भी है कि एक अवधि के बाद ट्रांसफार्मर से जुडे क्वायल खराब हो जाते है तो बदले नही जाते और लाल होेकर टूट जाते है, जिससे क्षेत्र में बिजली सप्लाई बाधित होती है। यह भी ध्यान देने योग्य होता है कि कही ट्रासंफार्मर में नमी तो नही और इस ओर लापरवाही बरतने में ट्रांसफार्मर क्षत्रिग्रस्त होते है। सर्दी मेे लोड कम होता है लेकिन कई क्षेत्रों के ट्रांसफार्मर खराब हो चुके है, अभी सर्दी है यही हाल रहा तो गर्मी में बहुत परेशानी होगी। बीते दिनों ही ग्वालटोली के 10 एमवीए पाव ट्रांसफार्मर जलने पर जेई को निलंबित भी किया जा चुका है।। खराब हुए ट्रांसफार्मरो की मरम्मत का कार्य केस्कों की मैकरावर्टगंज स्थित कार्यशाला में किया जाता है जहां औसतन प्रतिदिन दो ट्रांसफार्मर की ही मरम्मत हो पाती है मतलद महीने में 50 से 60 ट्रांसफार्मर ठीक हो पाते है। ज्यादा ट्रांसर्फामर यदि खराब होते है तो उनकी मरम्मत कराने के लिए उन्हे गाजियाबाद भेजा जाता है।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट