40 साल बाद गिरफ्तारी! कानपुर पुलिस ने रचा इतिहास
फरार हत्यारा आखिरकार सलाखों के पीछे — बदला नाम, पर नहीं बदल पाया चेहरा
*डिस्ट्रिक हेड ।राहुल द्विवेदी*
कानपुर।“DON को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, अब मुमकिन भी है!”— ये पंक्ति कानपुर पुलिस की बड़ी सफलता पर बिल्कुल फिट बैठती है।
फीलखाना थाना पुलिस ने 40 साल से फरार चल रहे कुख्यात हत्यारे को गिरफ्तार कर सनसनी मचा दी। आरोपी ने चार दशक तक पहचान छुपाने के लिए नाम बदलकर अलग-अलग शहरों में छिपकर जिंदगी बिताई, लेकिन पुलिस की पैनी नजर और आधुनिक तकनीक से तैयार की गई प्रोफाइलिंग से वह ज्यादा दिन बच नहीं पाया।
40 साल पुरानी फाइलें, पर पुलिस के हौसले नए
जांच के दौरान पुलिस ने पुरानी फाइलें खंगालीं तो कई महत्वपूर्ण सबूत सामने आए। आश्चर्यजनक रूप से केस से जुड़ी कई कागज़ी फाइलें भी अपनी उम्र से ज्यादा ‘बूढ़ी’ हालत में मिलीं, जिन्हें टीम ने डिजिटलाइज कर फिर से जांच शुरू की।
पुलिस की जासूसी कौशल ने दिखाया दम
चेहरे के पुराने स्केच, गांव के लोगों के बयान और डिजिटल फेस रिकग्निशन की मदद से आखिरकार टीम आरोपी तक पहुंची। गिरफ्तारी के बाद कानपुर पुलिस की यह कार्रवाई प्रदेश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
कमिश्नरेट की बड़ी उपलब्धि
कानपुर पुलिस की इस कार्रवाई को लंबित मामलों के निस्तारण में एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है।




