🛑 कालपी घोटाला: कब तक चलेगी जांच, कब मिलेगा न्याय? 🛑
ब्यूरो चीफ़, जालौन | शैलेन्द्र सिंह तोमर
कालपी (जालौन)।
नगर पालिका परिषद, कालपी में वर्षो पुराना एक घोटाला आज भी कार्रवाई की राह देख रहा है।
दुकान आवंटन के नाम पर दर्जनों नागरिकों से ₹35,000 की रकम वसूली गई। रसीदें दी गईं, लेकिन न दुकान मिली, न ही पैसे वापस हुए।
पीड़ितों ने दस्तावेज़ों के साथ शिकायतें दर्ज कराईं। कई बार जांच बैठी, बयान लिए गए — मगर परिणाम शून्य रहा। न कोई गिरफ्तारी हुई, न दोषियों पर कोई कार्रवाई।
—सवाल जनता के, जवाब प्रशासन से अब तक ग़ायब
🔸 क्या जांच ही चलती रहेगी?
🔸 कब तक फाइलों में दबेगा न्याय?
🔸 जब गवाह और सबूत मौजूद हैं, तो कार्रवाई में देरी क्यों?
पीड़ितों में रिक्शा चालक, दिहाड़ी मज़दूर और छोटे दुकानदार शामिल हैं — जिनकी कमाई का हर एक रुपया मेहनत से जुड़ा है। आज वो लोग न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रहे हैं।
—दस्तावेज़ मौजूद, गवाह ज़िंदा — फिर भी चुप्पी क्यों?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई आवेदकों ने बाकायदा नगर पालिका से रसीदें प्राप्त की थीं। वर्षों बीत जाने के बावजूद न तो दुकानें आवंटित हुईं और न ही जमा की गई रकम लौटाई गई।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि यही घोटाला किसी रसूखदार के साथ होता, तो अब तक दोषी जेल में होते। लेकिन आम आदमी की आवाज़ शायद सत्ता तक नहीं पहुँचती।




