ग्राम पंचायतों में बाल एवं किशोर डिजिटल पुस्तकालय स्थापना की तैयारी।
ब्यूरो चीफ जालौन – शैलेन्द्र सिंह तोमर
जालौन, 25 जुलाई।
प्रदेश शासन के निर्देशानुसार जनपद जालौन में ग्राम पंचायत स्तर पर बाल एवं किशोर डिजिटल पुस्तकालयों की स्थापना की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय समिति द्वारा पुस्तकों के चयन हेतु दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
निर्देशों के अनुसार चयनित पुस्तकों में कम से कम 50 प्रतिशत पुस्तकें शासकीय प्रकाशकों अथवा प्रतिष्ठित गैर-शासकीय प्रकाशकों की होंगी। विशेष रूप से स्थानीय भाषा, संस्कृति, साहित्य व इतिहास से संबंधित पुस्तकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, स्थानीय साहित्यकारों, स्वतंत्रता सेनानियों, राष्ट्रनायकों, शहीदों, क्षेत्रीय लेखकों, कवियों एवं विद्वानों की रचनाएं भी अनिवार्य रूप से शामिल की जाएंगी।
पुस्तकों के चयन में उनकी प्रासंगिकता, मूल्य, विषयवस्तु की गुणवत्ता तथा भाषा की सहजता जैसे बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं, महिलाओं और बाल पाठकों के लिए भी ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी सामग्री को प्राथमिकता दी जाएगी।
इस संबंध में जो भी व्यक्ति, संस्था या फर्म डिजिटल पुस्तकालयों हेतु पुस्तकें उपलब्ध कराना चाहते हैं, वे अपने प्रकाशनों व लेखन से संबंधित विवरण जनपद की ईमेल आईडी dprojl-up@nic.in पर या हार्ड कॉपी में जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय, जालौन में प्रस्तुत कर सकते हैं।
साथ ही, जो ग्रामीण विद्यार्थी अपनी ग्राम पंचायत की डिजिटल पुस्तकालय में किसी विशेष पुस्तक या विषयवस्तु को पढ़ना चाहते हैं, वे भी अपनी इच्छित पुस्तकों की सूची उपरोक्त ईमेल पर भेज सकते हैं।
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों और किशोरों को गुणवत्तापूर्ण डिजिटल शिक्षा से जोड़ने का एक सार्थक प्रयास है, साथ ही यह स्थानीय साहित्य एवं ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।




