डीएम के आदेश के बाद शुरू हुई नामांतरण की प्रक्रिया, बच्ची की मां को साल 2019 में मिला था फ्लैट.
डीएंम ने बच्ची की समस्या का कराया समाधान.
डिस्टिक हेड
राहुल द्विवेदी की रिपोर्ट
कानपुर : डीएम की पहल पर 8 साल की कशिश को रहने का ठिकाना मिलने का रास्ता साफ हो गया है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बच्ची की मां को साल 2019 में एक फ्लैट मिला था. मां की मौत के बाद बच्ची को पिता ने भी ठुकरा दिया. बच्ची अपने नाना के घर रह रही है. बच्ची के नाना को विधिक संरक्षक घोषित कर दिया गया है. आवास के नामांतरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. बच्ची ने इसके लिए डीएम का आभार जताया है.
बीते सप्ताह जनता दर्शन के दौरान डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह लोगों की फरियाद सुन रहे थे. इस दौरान 8 साल की कशिश अपने नाना चंद्रभान पांडे के साथ प्रार्थना पत्र लेकर उनके सामने पहुंची. बच्ची ने डीएम को नम आंखों से बताया कि उसकी मां नहीं हैं. पिता ने दूसरी शादी कर उससे नाता तोड़ लिया है. अब वह अपने नाना के साथ ही रहती है.
कानूनी अड़चन ने बढ़ा दी थी परेशानी : बुजुर्ग चंद्रभान पांडे ने बताया कि उनकी बेटी की मौत हो चुकी है. वह ही अपनी नातिन कशिश की देखभाल कर रहे हैं. साल 2019 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कानपुर विकास प्राधिकरण की ओर से उनकी बेटी को महावीर योजना के तहत फ्लैट आवंटित हुआ था. बेटी के निधन के बाद वह फ्लैट को नातिन के नाम कराना चाह रहे हैं. कानूनी दिक्कतों के कारण फ्लैट बच्ची के नाम नहीं हो पा रहा है.




