डग्गामार वाहनो को मिल रहा पुलिस का संरक्षण
शहर के रामादेवी चौराहा, नौबस्ता चौराहा पर डग्गामार वाहन भरते है सवारियां लगा रहता जाम।
कानपुर नगर, शहर के कुछ ऐसे चौराहे है जहां से कानपुर नगर से बाहर जाने वाले रास्तों का जुडाव होता है। ऐसे चौराहो में प्रमुख रूप से रामादेवी चौराहा, नौबस्ता चौराहा तथा कल्याणपुर चौराहा है। इन चौराहो में जहां आवा-गमन का भार अधिक होता है तो वहीं यहां डग्गामार वाहन, बस तथा टैम्पों की अराजकता बनी रहती है और यह सब पुलिस के संरक्षण में चलता है। इन चौराहों पर ईरिक्शा, ऑटो, डग्गामार बसें भारी संख्या मंे सवारिंया भरती नजर आती है। रामादी चौराहे पर कुछ समय पहले ही जाम की स्थिति को अधिकारियों ने संज्ञान में लिया था और कार्यवाई की गयी थी, लेकिन हालात पहले जैसे फिर हो गये। कारण यह है कि इन सभी चौराहो पर ऐसे वाहनों पर पुलिस खास मेहरबान रहती है। इन डग्गामार वाहनों से पुलिस को खासी रकम मिलती है सो पुलिस कार्यवाही नही करती और चौराहो पर लोग निकलने तक के लिए जूझते नजर आते है।
पहला- रामादेवी चौराहा प्रमुख चौराहो में एक है। यहां लखनऊ तथा फतेहपुर को जाने वाला रास्ता है तो वहीं हाईवे भी यही से निकलता है। इस चौराहे पर लखनऊ और फतेहपुर की तरफ डग्गामार वाहनों की काफी भरमार रहती है, जिसके कारण दोनो तरफ से जहां अन्य वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है तो वही पैदल तक चलने में दुश्वारी होती है। इतना ही नही पुलिस की ही मेहरबानी ने यहीं दर्जनों फलों के ठेले भी खडे रहते है, जो यातायात में बाधा पहुंचाते है लेकिन देखकर भी पुलिस कोई कार्यवाई नही करती, जब कि कुछ समय पहले डीएम द्वारा सम्बन्धित थाने को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश भी दिये गये थे। चूंकि इस चौराहे सेे पुलिस की खासी कमाई होती है सो पुलिस द्वारा डग्गामार वाहनो और फलों के ठेलों को संरक्षण दिया जाता है।
नौबस्ता चौराहा, रामादेवी की ही तरह नौबस्ता चौराहा ही अति व्यस्त चौराहो में आता है। इस चौराहे से घाटमपुर तथा भौंती की ओर सडक जाती है। यहां पर भी डग्गामार वाहनों और ठेलांे की अराजकता चरम पर है। ऐसा नही है कि इस चौराहे पर पुलिस नही होती, लेकिन पुलिस यह सब जानकर अनदेखा करती है और सारा दिन इस चौराहे पर जाम की स्थिति बनी रहती है। वर्तमान में यहां मैट्रो का कार्य चल रहा है और इसके चलते डायवर्जन लगाकर वाहन निकाले जा रहे है। हमीरपुर रोड पर डग्गामार वाहन और ट्रक रूककर सवारियां भरते नजर आते है और पीछे के अन्य वाहनो के कारण जाम लगता है।इसके बाद रोजमर्रा के आने जाने वाले लोगों को घंटो जाम में फंसा रहना पडता है लेकिन पुलिस को इससे कोई फर्क नही पडता। शाम हो स्थिति और भी विकट हो जाती है और इस चौराहे पर वाहनों की लंबी कतारे लग जाती है। वैसे भी मैट्रो के कारण सडक पर कम जगह है उसपर इस प्रकार डग्गामार वाहनो की अराजकता लोगों के लिए मुसीबत बन चुकी है।
कल्याणपुर चौराहा- कल्याणुपर चौराहे की स्थिति अन्य चौराहो जैसी विकट नही है। कारण यह है कि यहां सडके चौडी है तथा यहां किसी प्रकार का कोई मैट्रो का कार्य नही चल रहा है सो यहां जाम की स्थिति कम ही बनती है लेकिन यहां भी बडी संख्या में डग्गामार वहनों की भरमार है जो मंधना, शिवराजपुर की ओर जाने वाली सवारियांे को भरते है। हालांकिक्षेत्री आबादी यहां अधिक है और आम जनता का आवागमन कल्याणपुर चौराहे पर अधिक होता है, ऐसे में यहां जाम जैसा नजारा दिखाई पडता है।
रावतपुर तिरहा- रावतपुर तिरहा की स्थिति भी कम खराब नही है। एक तो यहां रावतपुर स्टेशन है, जिससे यहां बाहरी व्यापारियों और दूधियों का आवागमन ज्यादा है तो वहीं आम जनता भी स्टेशन से ट्रेन पकडती है। यहां स्टेशन से 9 नम्बर क्रासिंग के बीच बसों का तो जमावडा रहता ही है, यहां भी डग्गामार वाहन भारी संख्या में देखे जा सकते है। चूंकि यह शहर का मुख्य मार्ग भी है और कल्याणुर, गीतानगर, आजाद नगर, विनायकपुर आदि क्षेत्रों के लोगों के लिए मुख्य मार्ग है सो यहां चौराहे पर यातायात हमेशा बादिध रहता है। इसका एक कारण यह भी है कि यहां पर सडके कम चौडी है और हजारो की संख्या में वाहने आते-जाते है। इसके अलावा कई चौराहो पर विभागीय व्यवस्था दुरूस्त न होने के कारण लोगों को परेशानी उठानी पडती है।
संवाददाता
हरिओम की रिपोर्ट