*उन्नाव के औरास थाने में करंट की चपेट में आकर हुई सिपाही की मौत*
जनपद उन्नाव के औरास थाना परिसर में बने कमरे की सफाई करने के बाद गीला बोरा लोहे के तार पर फैलाते समय सिपाही करंट की चपेट में आकर झुलस गया। साथियों ने उसे सीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बांगरमऊ सीओ की सूचना पर आगरा निवासी परिजन देर शाम उन्नाव पहुंचे गले में करंट लगने के निशान व सिर में भी चोट लगी है। परिजनों ने एसपी को बुलाने के बाद ही पोस्टमार्टम कराने की बात कही। एसपी से मुलाकात के बाद रात आठ बजे पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू हुई।
औरास थाने में तैनात सिपाही हरेंद्र सिंह (45) का कमरा थाना परिसर में था। बुधवार सुबह 10 बजे कमरे की सफाई करने के बाद गीला जूट का बोरा बाहर कपड़े फैलाने के लिए बंधे लोहे के तार में फैलाने के दौरान करंट की चपेट में आकर हरेंद्र जमीन पर गिर गया। साथी सिपाही उसे स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां, डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सीओ अरविंद चौरसिया, एसओ अश्वनी मिश्रा पहुंचे और उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी। मृतक हरेंद्र सिंह मूलरूप से आगरा जिले के थाना खंदौली के गांव मल्लूपुर के रहने वाले थे। हरेंद्र ने फौज से सेवानिवृत होने के बाद वर्ष 2019 में पुलिस में भर्ती हुए थे। उन्नाव में पहली पोस्टिंग अचलगंज और इसके बाद बीघापुर कोतवाली में हुई थी। नौ महीने पहले उनका औरास थाना तबादला हुआ था।
सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया थाने के अंदर से हाइटेंशन लाइन नीम के पेड़ के पास से निकली है। यहां कपड़े सुखाने के लिए एक लोहे का तार बंधा है। एक सिरा पेड़ में और दूसरा सिरा एक खिड़की में बंधा है। परिजनों ने बताया कि मृतक पांच भाईयों में दूसरे नंबर का था। पत्नी मोनिका, दो बच्चे और अन्य परिजन बेहाल हैं। थानाध्यक्ष अश्वनी मिश्रा ने बताया कि करंट की चपेट में आने से सिपाही की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
घटना के बाद पोस्टमार्टम हाउस एसपी के न पहुंचने, करंट के साथ सिर में चोट देख परिजन घटना को संदिग्ध मान बैठे। उन्होंने मृतक के चाचा चंद्रवीर सिंह जो दारोगा हैं और मौजूदा समय में अंबेडकरनगर जिले में तैनात हैं, उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराने की बात कह रहे हैं। हालांकि रात आठ बजे परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने को राजी हुए तब पुलिस ने प्रक्रिया शुरू की है।